सेकंड हैंड फोन खरीदते समय इन 10 बातों का बातों का जरूर रखें ध्यान

फोन की हालत

सबसे पहले फोन की अच्छी तरह जांच करें. गौर करें कि फोन पर कोई खरोंच, डेंट या टूट-फूट तो नहीं है. स्क्रीन पर क्रैक न हो और सारे बटन व पोर्ट सही से काम करें.

फोन की उम्र

पता करें कि फोन कितना पुराना है और कब लॉन्च हुआ था. पुराने फोन में नए सॉफ्टवेयर अपडेट और लेटेस्ट ऐप्स नहीं चल सकते हैं.

बैटरी लाइफ

अच्छी बैटरी लाइफ फोन इस्तेमाल करने का मजा दोगुना कर देती है. बैटरी की हेल्थ के बारे में पूछें, उसकी क्षमता और कितनी खराब हो चुकी है, ये जानकारी लें.

सॉफ्टवेयर अपडेट

फोन कंपनी के लेटेस्ट अपडेट को सपोर्ट करता है या नहीं ये जरूर चेक करें. पुराने फोन में अपडेट नहीं मिलते जिससे फोन की सुरक्षा और काम करने का तरीका खराब हो सकता है.

नेटवर्क कम्पैटिबिलिटी

सेकंड हैंड फोन लेने से पहले यह जांच लें कि फोन सभी नेटवर्क के साथ कम्पैटिबल हो. कुछ फोन्स किसी खास नेटवर्क पर लॉक होते हैं, जिस पर आप अपना सिम इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे.

IMEI नंबर

फोन का IMEI नंबर चेक करके ये पता करें कि फोन चोरी का या ब्लैकलिस्टेड तो नहीं है. इससे आप किसी ऐसे फोन को खरीदने से बचेंगे, जो गैर कानूनी हो.

फोन की परफॉर्मेंस

ऐप चलाकर, इंटरनेट ब्राउज करके और कैमरे की क्वालिटी चेक करके फोन की स्पीड टेस्ट करें. ध्यान दें कि कहीं फोन धीमा तो नहीं चल रहा या हैंग तो नहीं हो रहा.

स्टोरेज

फोन की स्टोरेज कितनी है ये देखें और अपने हिसाब से चेक करें कि फोटो, वीडियो और ऐप्स के लिए काफी है या नहीं.

कीमत

आप जो फोन लेना चाहते हैं, उसकी मार्केट वैल्यू चेक करें. अलग-अलग बेचने वालों के दामों की तुलना करें ताकि आप सही दाम में फोन खरीद सकें.

बेचने वाले की रेप्यूटेशन

ऐसे दुकानदार या ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से ही फोन खरीदें, जिसकी मार्केट में रेप्यूटेशन अच्छी हो. किसी अनजान व्यक्ति या किसी संदिग्ध ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से लेन-देन करने से बचें.

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