Virendra Chaudhary Social Score: उत्तर प्रदेश के महाराजगंज लोकसभा सीट से कांग्रेस ने वीरेंद्र चौधरी को अपना उम्मीदवार बनाया है. वीरेंद्र चौधरी महाराजगंज जिले की फरेंदा सीट से विधायक हैं और कांग्रेस पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष भी हैं.
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Virendra Chaudhary Profile: लोकसभा चुनाव 2024 के रण में प्रचार अभियान भी लड़ाई और रेस की तरह हो गई है. सभी राजनीतिक दलों के उम्मीदवार पूरे जोश में चुनाव प्रचार कर रहे हैं. वहीं, तेज गर्मी में जनता भी कतार में लगकर अपना वोट डाल रही है. इस बीच प्रत्याशी सोशल मीडिया के माध्यम से भी आमजन से जुड़ने की कोशिश कर रहे हैं.
लोकसभा चुनाव के दौरान, 'जी न्यूज' ऐसे नेताओं का सोशल मीडिया स्कोर लाया है, जो चुनाव लड़ रहे हैं. इसका नाम है लीडर सोशल स्कोर (LSS). आइए, हम आपको उत्तर प्रदेश की महाराजगंज लोकसभा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी वीरेंद्र चौधरी के बारे में बताते हैं.
महाराजगंज लोकसभा क्षेत्र में कुर्मी समुदाय का बड़ा चेहरा हैं वीरेंद्र चौधरी
वीरेंद्र चौधरी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और फरेंदा सीट से विधायक हैं. ये कुर्मी बिरादरी से आते हैं. महराजगंज लोकसभा सीट पर कुर्मी वोटरों की संख्या निर्णायक है. इस लोकसभा सीट में करीब 12 लाख ओबीसी वोटर हैं. इसमें साढ़े तीन लाख अल्पसंख्यक, सवा दो लाख यादव और करीब तीन लाख कुर्मी मतदाता हैं. कांग्रेस पार्टी ने इस सीट से कुर्मी जाति के बड़े चेहरे वीरेंद्र चौधरी को टिकट दिया है.
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में फरेंदा सीट से हासिल की थी जीत
साल 2022 में वीरेंद्र चौधरी ने कांग्रेस पार्टी से महाराजगंज जिले की फरेंदा सीट से विधानसभा चुनाव लड़ा था. इस चुनाव में उनकी एक हजार 246 वोटों के अंतर से जीत हुई थी. वीरेंद्र चौधरी को कुल 85 हजार 181 वोट मिले थे. जबकि भाजपा प्रत्याशी बजरंग बहादुर सिंह को 83 हजार 935 वोट मिले थे.
फरेंदा विधानसभा सीट पर इसके पहले 4 बार करना पड़ा हार का सामना
साल 2017 के विधानसभा चुनाव में फरेंदा सीट पर बजरंग बहादुर सिंह ने वीरेंद्र चौधरी को मात दी थी. वीरेंद्र चौधरी को 73 हजार 958 वोट और बजरंग बहादुर सिंह को 76 हजार 312 वोट मिले थे. चौधरी भाजपा प्रत्याशी बजरंग बहादुर से 2 हजार 354 वोटों के अंतर से हार गए थे. वीरेंद्र चौधरी तीन बार बसपा और दो बार कांग्रेस से चुनाव लड़े चुके हैं.
पांच में से चार विधानसभा चुनाव में उन्हें हार मिली है. 2015 में फरेंदा विधानसभा पर हुए उपचुनाव में वो 9,231 वोटों से हार गए थे. वहीं, साल 2012 के विधानसभा चुनाव में 13,335 वोटों के अंतर से हार हुई थी.
सुप्रिया श्रीनेत का टिकट काटकर वीरेंद्र चौधरी को कांग्रेस उम्मीदवार बनाने की चर्चा
महाराजगंज लोकसभा सीट से पहले कांग्रेस की दिग्गज नेता सुप्रिया श्रीनेत को टिकट मिलने की अटकलें थी. बताया जाता है कि बॉलीवुड अभिनेत्री और हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट से भाजपा प्रत्याशी कंगना रनौत पर किए गए विवादित बयान के कारण श्रीनेत का टिकट कट गया. इस तरह कांग्रेस ने महाराजगंज सीट से वीरेंद्र चौधरी को लोकसभा चुनाव लड़वाने का फैसला किया.
डिस्क्लेमर: लीडर्स सोशल स्कोर (LSS) मशीन लर्निंग पर आधारित है. फेसबुक, इंस्टाग्राम, एक्स और यूट्यूब जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से जुड़े 55 से ज्यादा पैरामीटर्स के आधार पर इसे निकाला गया है.