Pakistan: महंगाई में पाकिस्तान ने पूरे एशिया में किया टॉप, गरीबी ने भी बनाया नया रिकॉर्ड
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Pakistan: महंगाई में पाकिस्तान ने पूरे एशिया में किया टॉप, गरीबी ने भी बनाया नया रिकॉर्ड

Pakistan Economy: पाकिस्तान (Pakistan) की हालत बद से बदतर होती जा रही है. पाकिस्तान में जिंदगी बिताने वाले हर एक चीज के लिए बड़ी से बड़ी कीमत चुका रहे हैं. एडीबी के आंकड़ों के मुताबिक पाकिस्तान में जीवन-यापन की लागत पूरे एशिया में सबसे अधिक है.

Pakistan: महंगाई में पाकिस्तान ने पूरे एशिया में किया टॉप, गरीबी ने भी बनाया नया रिकॉर्ड

Pakistan Economy: पाकिस्तान (Pakistan) की हालत बद से बदतर होती जा रही है. पाकिस्तान में जिंदगी बिताने वाले हर एक चीज के लिए बड़ी से बड़ी कीमत चुका रहे हैं. एडीबी के आंकड़ों के मुताबिक पाकिस्तान में जीवन-यापन की लागत (Pakistan Cost of living) पूरे एशिया (Asia) में सबसे अधिक है. आने वाले दिनों में हालात इससे भी बुरे हो सकते हैं. पाकिस्तान में गरीबी (Pakistan Poverty) का स्तर तेजी से बढ़ रहा है. आने वाले दिनों में पाकिस्तान के में रहने वाले एक करोड़ से भी ज्यादा लोग गरीबी रेखा से नीचे जा सकते हैं.

पूरे एशिया में सबसे अधिक महंगाई पाकिस्तान में

पाकिस्तान में 25 प्रतिशत मुद्रास्फीति दर के साथ जीवन-यापन की लागत पूरे एशिया में सबसे अधिक है. एशियाई विकास बैंक (एडीबी) की ताजा रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई. मनीला में बृहस्पतिवार को जारी की गई रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था 1.9 प्रतिशत की दर से बढ़ सकती है.

पाकिस्तान के लिए बुरी खबर

एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने बताया कि एशियाई विकास परिदृश्य ने अगले वित्त वर्ष के लिए एक निराशाजनक तस्वीर पेश की है. और इस दौरान 15 प्रतिशत मुद्रास्फीति दर और 2.8 प्रतिशत वृद्धि दर का अनुमान लगाया गया है.

एशिया में सबसे अधिक महंगाई पाकिस्तान में

एडीबी ने कहा कि चालू वित्त वर्ष में पाकिस्तान में मुद्रास्फीति की दर 25 प्रतिशत रहने का अनुमान है, जो पूरे एशिया में सबसे अधिक है. इस तरह एशिया में सबसे अधिक महंगाई पाकिस्तान में है.

पाकिस्तान में तेजी से बढ़ सकती है गरीबी

पाकिस्तान लंबे समय से मुद्रास्फीतिजनित मंदी के दौर में है और विश्व बैंक ने भी पिछले सप्ताह कहा था कि महंगाई के कारण यहां एक करोड़ लोग गरीबी के जाल में फंस सकते हैं. पाकिस्तान में लगभग 9.8 करोड़ लोग पहले से ही गरीबी में जी रहे हैं.

(एजेंसी इनपुट के साथ)

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