फेसबुक के बाद अब Twitter ने मोटी रकम लेकर बेचा डाटा, हुआ खुलासा
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फेसबुक के बाद अब Twitter ने मोटी रकम लेकर बेचा डाटा, हुआ खुलासा

ब्रिटेन की कंसल्टिंग फर्म कैंब्रिज एनालिटिका ने खरीदा था डाटा, ट्वीट से लेकर लोकेशन तक मांगी थी

कैंब्रिज एनालिटिका पर भारत में वोटर्स को प्रभावित करने का लगा है आरोप. (फाइल फोटो)

नई दिल्‍ली: फेसबुक के बाद अब टि्वटर पर डाटा बेचने का आरोप लगा है. उसने भी कैंब्रिज एलालिटिका को डाटा बेचा था. ब्रिटेन की कंसल्टिंग फर्म कैंब्रिज एनालिटिका ने करीब 8.7 करोड़ फेसबुक यूजर के डाटा का बिना उनकी जानकारी के इस्तेमाल किया था, जिसको लेकर काफी बवाल मचा था. इस डाटा सिक्‍योरिटी उल्‍लंघन पर फेसबुक के संस्‍थापक मार्क जकरबर्ग के खिलाफ अमेरिका में केस भी चल रहा है. अमेरिकी सीनेट उन्‍हें कई बार पेशी के लिए बुला चुका है. कुछ मीडिया रिपोर्टों में दावा है कि टि्वटर ने भी अपने यूजर का डाटा उसी कंपनी को बिना यूजर की जानकारी के बेच दिया.

  1. फेसबुक ने 8.7 करोड़ लोगों की जानकारी बेची थी
  2. दिसंबर 2014 से अप्रैल 2015 के बीच खरीदा डाटा
  3. सोशल मीडिया कंपनियां आईं गहन जांच के घेरे में

टि्वटर के सर्वर में जाने का एक्‍सेस था
कैंब्रिज एनालिटिका के लिए टूल बनाने वाले एलेक्सेंडर कोगन ने माइक्रोब्लागिंग वेबसाइट से डाटा खरीदा था. यह बात वर्ष 2015 की है. कोगन ने वैश्विक विज्ञान शोध (जीएसआर) नाम की संस्‍था की स्थापना की थी, जिसे टि्वटर के सर्वर में जाने का एक्‍सेस मिला हुआ था. इससे वह जब चाहे डाटा उठा लेता था और उसका इस्‍तेमाल अपने प्रोजेक्‍ट में करता था.

यूजर का नाम, प्रोफाइल पिक्चर तक मांगी थी
द संडे टेलीग्राफ में छपी रिपोर्ट में बताया गया है कि कोगन ने दिसंबर 2014 से अप्रैल 2015 के बीच टि्वटर से ट्वीट मैसेज, यूजर का नाम, तस्‍वीर, प्रोफाइल पिक्चर और लोकेशन का डाटा खरीदा था. अप्रैल में फेसबुक के सीईओ मार्क जकरबर्ग ने गलती मानते हुए कहा था कि 8.7 करोड़ यूजर्स का डाटा गलत तरीके से कैंब्रिज एनालिटिका को बेचा गया.

टि्वटर ने बाकायदा बिजनेस मॉडल बना रखा था
कैंब्रिज एनालिटिका को बेचे गए ज्यादातर ट्वीट सार्वजनिक थे लेकिन टि्वटर दूसरी कंपनियों और संगठनों से उन्हें इकट्ठा करने की एवज में मोटी रकम वसूलता है. फेसबुक अपने यूजर की गोपनीयता को सुरक्षित रखने में विफल रहा था जिसके बाद सोशल मीडिया कंपनियां गहन जांच के घेरे में है. हालांकि, टि्वटर जैसी कंपनियों के पास फेसबुक की तुलना में कहीं कम निजी सूचनाएं रहती हैं.

कैंब्रिज एनालिटिका से कोई संबंध नहीं : टि्वटर
टि्वटर के प्रवक्ता ने इस खबर पर कहा कि उसका कैंब्रिज एनालिटिका से कोई लेना-देना नहीं है. यहां तक की टि्वटर एनालिटिका के विज्ञापन को साइट में जगह नहीं देती. साइट ने ये फैसला कैंब्रिज की नीति विरोधी गतिविधियों की वजह से लिया है. वहीं, कैंब्रिज के प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी ने टि्वटर का इस्तेमाल सिर्फ राजनीतिक विज्ञापनों के लिए किया. एनालिटिका ने दावा किया कि उसने जीएसआर के साथ टि्वटर डाटा शेयर करने के लिए कभी किसी परियोजना में हिस्सा नहीं लिया ना ही कंपनी को जीएसआर से कोई डाटा मिला है.

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