मोदी सरकार कर रही उपाय, फ्लाइट टिकट नहीं होंगे महंगे
Advertisement

मोदी सरकार कर रही उपाय, फ्लाइट टिकट नहीं होंगे महंगे

पीक सीजन में एयरलाइन टिकट के अचानक महंगे होने का खेल क्‍या है. भारतीय प्रतिस्‍पर्धा आयोग (CCI) एयरलाइनों के इस खेल को बंद करने के लिए पूरे मामले की जांच करेगा

नियामक यह जानने की कोशिश कर रहा कि फ्लाइट किराया तय करने में एल्गोरिदम किस प्रकार से मदद करता है. (फाइल फोटो)

नई दिल्‍ली: पीक सीजन में एयरलाइन टिकट के अचानक महंगे होने का खेल क्‍या है. भारतीय प्रतिस्‍पर्धा आयोग (CCI) एयरलाइनों के इस खेल को बंद करने के लिए पूरे मामले की जांच करेगा. एयरलाइन टिकट दर तय करने के लिए संकेतक 'एल्गोरिदम' का इस्‍तेमाल करती हैं. एक अधिकारी ने बताया कि आयोग इस एल्‍गोरिथम की जांच करेगा. वह यह भी पता लगाएगा कि कहीं टिकट दर तय करने में एयरलाइनों में आपस में कोई मिलीभगत या गोलबंदी तो नहीं. आयोग विभिन्‍न व्‍यवसायों में अनुचित प्रैक्टिस पर अंकुश के लिए अधिग्रहण, विलय या विज्ञापन के जरिए गलत संदेश आदि गतिविधि की निगरानी करता है. 

  1. एयरलाइन टिकट दर तय करने के लिए 'एल्गोरिदम' का इस्‍तेमाल करती हैं
  2. आयोग यह पता लगाएगा टिकट महंगे होने के पीछे कोई गोलबंदी तो नहीं
  3. 2016 में चंडीगढ़-दिल्‍ली रूट पर एयरलाइन टिकटों में अचानक बढ़ोतरी हुुई

जाट आंदोलन के समय भी चढ़ गए थे दाम
ऐसा ही एक मामला 2016 में जाट आंदोलन के समय हुआ था, जब चंडीगढ़-दिल्‍ली रूट पर एयरलाइन टिकटों में अचानक बढ़ोतरी हो गई थी. आयोग के अध्‍यक्ष डीके सीकरी ने कहा कि नियामक यह जानने की कोशिश कर रहा कि फ्लाइट किराया तय करने में एल्गोरिदम किस प्रकार से मदद करता है. एसोचैम के एक कार्यक्रम में सीकरी ने कहा कि एल्गोरिदम एक पहेली के समान है. उन्‍होंने बताया कि एयरलाइन कंपनियों से जब एल्‍गोरिथम के बारे में पूछा गया तो उन्‍होंने कहा कि वे इस काम करने के तरीके से अनजान हैं. लेकिन हम मामले की जांच कर रहे हैं. विमानन कंपनियां यह जरूर कहती हैं कि उनके पास ये संकेतक व वेरिएबल हैं, लेकिन उन्हें कितना वेटेज दिया गया है, यह जाहिर नहीं करतीं. आयोग इसमें तकनीकी विशेषज्ञों की मदद ले रहा है.

आयोग कैसे निपटेगा इस एल्‍गोरिथम से
सीकरी ने बताया कि आयोग को यह सलाह दी गई है कि वह खुद का एक एल्‍गोरिथम तैयार करे लेकिन इसमें काफी खर्चा आएगा. एल्‍गोरिथम एक कंप्यूटर सॉफ्टवेयर आधारित कारोबार है जिसमें खरीदारी के चलन का विश्लेषण सॉफ्टवेयर खुद करता है. इसका प्रयोग शेयरों की खरीद-फरोख्‍त में ज्‍यादा होता है.

ये भी देखे

Trending news