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नई दिल्ली : पूर्व कृषि मंत्री शरद पवार का मानना है कि लगभग 40 लाख टन के अनुमानित आपूर्ति अंतर के चलते चीनी कीमतों पर दबाव आगामी विपणन वर्ष में भी बना रहेगा। चीनी विपणन सत्र अक्तूबर में शुरू होता है।
पवार यहां शुगर टेक्नोलाजिस्ट एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसटीएआई) के 74वें सालाना सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। एनसीपी प्रमुख पवार ने उद्योग से सरकार की तरफ से किसी भी कार्रवाई के लिए तैयार रहने को कहा जिसमें घरेलू आपूर्ति बढ़ाने व कीमतों पर लगाम लगाने के लिए कच्ची चीनी का संभावित आयात शामिल है।
पवार ने कहा कि चीनी के भाव इस समय 34-38 रूपये प्रति किलो के दायरे में हैं और आपूर्ति मांग में संभावित अंतर के कारण वे दबाव में आ सकते हैं। सरकार का अनुमान है कि चीनी का उत्पादन 2016-17 विपणन वर्ष में घटकर 2.3-2.35 करोड़ टन रहेगा।