Flipkart को अलविदा कह सकते हैं को-फाउंडर सचिन बंसल, क्या है इसका कारण
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Flipkart को अलविदा कह सकते हैं को-फाउंडर सचिन बंसल, क्या है इसका कारण

देश की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट के को-फाउंडर और चेयरमैन कंपनी को अलविदा कह सकते हैं. कुछ मीडिया रिपोटर्स में दावा किया जा रहा है कि फ्लिपकार्ट के सह-संस्थापक सचिन बंसल कंपनी से अलग होने का मन बना चुके हैं.

Flipkart को अलविदा कह सकते हैं को-फाउंडर सचिन बंसल, क्या है इसका कारण

नई दिल्ली : देश की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट के को-फाउंडर और चेयरमैन कंपनी को अलविदा कह सकते हैं. कुछ मीडिया रिपोटर्स में दावा किया जा रहा है कि फ्लिपकार्ट के सह-संस्थापक सचिन बंसल कंपनी से अलग होने का मन बना चुके हैं. गौरतलब है कि अमेरिका की शीर्ष रिटेल कंपनी वॉलमार्ट (Walmart) और फ्लिपकार्ट की डील अंतिम चरण में है. दूसरी तरफ यह भी खबर है कि अमेजन ने फ्लिपकार्ट की 60 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने का ऑफर दिया है. सूत्रों की मानें तो यह डील वॉलमार्ट को फाइनल होने की उम्मीद ज्यादा है.

  1. फ्लिपकार्ट में सचिन और बिन्नी बंसल की 10 फीसदी हिस्सेदारी
  2. जून में फाइनल हो सकती है वॉलमार्ट और फ्लिपकार्ट की डील
  3. अमेजन ने भी फ्लिपकार्ट की 60 % हिस्सेदारी खरीदने का ऑफर दिया

सचिन बंसल हिस्सेदारी बेचने के पक्ष में नहीं
टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित खबर के अनुसार सचिन बंसल फ्लिपकार्ट में अपनी हिस्सेदारी बेचने के पक्ष में नहीं हैं. मीडिया रिपोटर्स में दावा किया जा रहा है कि वॉलमार्ट से समझौते के बाद सचिन बंसल अपना पद छोड़ सकते हैं. लेकिन सचिन बंसल कंपनी में बने रहेंगे. गौरतलब है कि फ्लिपकार्ट में सचिन बंसल और बिन्नी बंसल की 10 फीसदी की हिस्सेदारी है. इसमें 5.5 प्रतिशत शेयर सचिन बंसल के पास और 4.5 फीसदी बिन्नी बंसल के पास हैं.

जून के अंतिम हफ्ते तक हो जाएगी डील
रॉयटर्स की रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि वालमॉर्ट जून के अंतिम हफ्ते तक फ्लिपकार्ट के शेयर खरीदने की तैयारी में है. मीडिया रिपोटर्स में यह भी बताया गया है कि वॉलमार्ट सचिन बंसल और बिन्नी बंसल में से एक को ही रखना चाहती है.

2007 में शुरू हुई थी फ्लिपकार्ट
36 वर्षीय सचिन बंसल और 35 साल के बिन्नी बंसल ने आईआईटी दिल्ली में साथ-साथ पढ़ाई की. फ्लिपकार्ट शुरू करने से पहले दोनों ने अमेजन में नौकरी की. इसके बाद उन्होंने बेंगलुरू में ऑनलाइन बुक स्टोर के तौर 5 सितंबर 2007 को फ्लिपकार्ट की शुरुआत की. सचिन और बिन्नी ने पहली बार कैश ऑन डिलीवरी की शुरुआत की. इसके बाद धीरे-धीरे लोगों में ऑनलाइन शॉपिंग के प्रति विश्वास पैदा होता गया. इन्वेस्टर में फ्लिपकार्ट के प्रति विश्वास पैदा होता गया और कई लोगों ने बड़ा निवेश किया.

मौजूदा समय में फ्लिपकार्ट का टर्न ओवर करीब 20 हजार करोड़ रुपये है. आज कंपनी की मार्केट वैल्यू करीब 18-20 बिलियन डॉलर (करीब 1 लाख 30 हजार करोड़ रुपये) है. इसमें से 13 हजार करोड़ रुपये की हिस्सेदारी सचिन और बिन्नी बंसल की है.

फ्लिपकार्ट में बड़े हिस्सेदार
- सॉफ्टबैंक---23.6 प्रतिशत
- टाइगर ग्‍लोबल---20.5 प्रतिशत
- नेस्पर्स---13 प्रतिशत

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