भारत में विदेशी निवेश हो जाएगा और आसान, एफपीआई के लिए साझा आवेदन फॉर्म पेश करने पर विचार
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भारत में विदेशी निवेश हो जाएगा और आसान, एफपीआई के लिए साझा आवेदन फॉर्म पेश करने पर विचार

सेबी ऋण प्रतिभूतियों को सार्वजनिक रूप से जारी करने के दौरान एक प्रतिशत सुरक्षा राशि जमा करने की शर्त को समाप्त करने के प्रस्ताव पर भी विचार कर सकता है.

 

प्रतीकात्मक फोटो.

नई दिल्ली: बाजार नियामक सेबी विदेशी निवेशकों के लिए घरेलू पूंजी बाजार में प्रवेश के लिए एक साझा आवेदन फॉर्म पेश करने के प्रस्ताव पर विचार कर सकता है. इस पहल से कारोबार सुगमता बढ़ाने में मदद मिलेगी. एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह कहा सेबी इसके अलावा ऋण प्रतिभूतियों को सार्वजनिक रूप से जारी करने के दौरान एक प्रतिशत सुरक्षा राशि जमा करने की शर्त को समाप्त करने के प्रस्ताव पर भी विचार कर सकता है.

  1. फिलहाल एफपीआई (विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों) को बाजार नियामक के पास पंजीकरण के लिए अलग से फॉर्म भरना होता है. 

भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) का निदेशक मंडल इस सप्ताह होने वाली बैठक में इन प्रस्तावों पर विचार कर सकता है. फिलहाल एफपीआई (विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों) को बाजार नियामक के पास पंजीकरण के लिए अलग से फॉर्म भरना होता है. इसके अलावा उन्हें बैंक खाता खोलने के लिए बैंक, पैन के लिए आयकर विभाग तथा डिमैट खाते के लिए मध्यस्थों से संपर्क करना होता है. इसके लिए अब एक साझा आवेदन पर विचार हो सकता है.

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इस कदम से परिचालन में लचीलापन आएगा और भारतीय पूंजी बाजार में उनकी पहुंच आसान होगी. पिछले महीने, सरकार ने ऐसे निवेशकों के लिए एकल आवेदन फॉर्म पेश किया था. ऋण प्रतिभूतियों को सार्वजनिक रूप से जारी करने के लिए एक प्रतिशत सुरक्षा जमा के संदर्भ में इस व्यवस्था को समाप्त करने का प्रस्ताव है ताकि संबंधित इकाई पर अनुपालन बोझ कम हो और लागत में कमी आए.

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बजट में इसका जिक्र किया था कि एफपीआई के लिए एक साझा आवेदन फॉर्म जारी किया जाएगा ताकि भारतीय पूंजी बाजार में उनकी पहुंच को आसान बनाया जा सके.

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