ग्रीस संकट : मर्केल ने यूरोप में ‘समझौते’ की जरूरत पर बल दिया
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ग्रीस संकट : मर्केल ने यूरोप में ‘समझौते’ की जरूरत पर बल दिया

जर्मनी की चांसलर ऐंजेला मर्केल ने सोमवार को जोर देकर कहा कि यूनान संकट के बीच यूरोप को समझौते की क्षमता दिखाने की जरूरत है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर ‘यूरो’ असफल हुआ तो यूरोप विफल हो जाएगा।’ हालांकि उन्होंने साथ-साथ इस बात पर भी जोर दिया कि साझा मुद्रा प्रणाली में शामिल यूरो समूह को अपने सिद्धांतों पर कायम रहना चाहिए।

ग्रीस संकट : मर्केल ने यूरोप में ‘समझौते’ की जरूरत पर बल दिया

बर्लिन/ब्रसेल्स : जर्मनी की चांसलर ऐंजेला मर्केल ने सोमवार को जोर देकर कहा कि यूनान संकट के बीच यूरोप को समझौते की क्षमता दिखाने की जरूरत है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर ‘यूरो’ असफल हुआ तो यूरोप विफल हो जाएगा।’ हालांकि उन्होंने साथ-साथ इस बात पर भी जोर दिया कि साझा मुद्रा प्रणाली में शामिल यूरो समूह को अपने सिद्धांतों पर कायम रहना चाहिए।

वहीं, ब्रसेल्स में यूरोपीय आयोग के प्रमुख क्लाड जंकर ने यूनान के मतदाताओं से कहा कि यदि उन्होंने रविवार को होने वाले जनमत संग्रह में उनके देश को कर्ज देने वालों की ओर से प्रस्तावित नीतिगत सुधारों के पैकेज को नामंजूर किया तो यह माना जाएगा कि उन्होंने ‘यूरोपीय संघ’ का साथ छोड़ दिया है।

यूनान सरकार और उसे ऋण देने वालों के बीच वार्ता सप्ताहांत विफल होने के बाद यूनान यूरोपीय संघ-आईएमएफ का ऋण चुकाने से चूकने की स्थिति की ओर बढ़ रहा है। इससे यूरो क्षेत्र में संकट गहरा गया है। मर्केल ने कहा कि अगर समझौते का रास्ता तलाशने को लेकर क्षमता हम खोते हैं तब यूरोप की धारणा खत्म हो जाएगी।

हालांकि उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि यूरोप के सिद्धांतों को बचाये रखने की जरूरत है, अन्यथा जो एक छवि है, वह खत्म हो जाएगी।

यूनान संकट पर चर्चा के लिये पार्टी नेताओं तथा संसदीय समूह के प्रमुखों के साथ आपात बैठक से पहले मर्केल ने कहा, ‘शायद हम अल्पकाल के लिये उन्हें कुछ दे सकते हैं, हम यह कह सकते हैं एक बार के लिये उन्हें दिया जाए।’ उन्होंने कहा, ‘मध्यम एवं दीर्घकाल में इससे हमें नुकसान होगा..।’

यूरोपीय आयोग के प्रमुख क्लाड जंकर ने आज यूनान के मतदाताओं से कहा कि यदि उन्होंने रविवार को होने वाले जनमत संग्रह में उनके देश को कर्जदेने वालों की ओर से प्रस्तावित नीतिगत सुधारों के पैकेज को नामंजूर किया तो यह माना जाएगा कि उन्होंने ‘यूरोपीय संघ’ का साथ छोड़ दिया है। जंकर ने यूरोपीय संघ के मुख्यालय ब्रसेल्स में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘सवाल कुछ भी किया गया हो, ‘नहीं’ का मतलब होगा कि यूनान ने यूरोप को इनकार कर दिया है।’

उन्होंने समझौता वार्ता में यूनानी प्रधानमंत्री एलेक्सिस सिप्रास के रुख के प्रति अपनी निराशा जाहिर की। सिप्रास ने ऋणदाताओं के साथ समझौते पर जनमत संग्रह कराने का निर्णय शुक्रवार को किया। उन्होंने कहा, ‘आयोग की तरफ से पूरी कोशिश करने के बाद मैं ठगा महसूस कर रहा हूं।’

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