इस बार पेट्रोल ढाई नहीं पूरे 4 रुपये सस्ता करने का प्लान बना रही मोदी सरकार
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इस बार पेट्रोल ढाई नहीं पूरे 4 रुपये सस्ता करने का प्लान बना रही मोदी सरकार

पिछले दिनों केंद्र सरकार की तरफ से पेट्रोल और डीजल की कीमत में 2.50 रुपये प्रति लीटर की कटौती किए जाने के बाद सरकार अब तेल कीमतों को और कम करने की तैयारी कर रही है.

इस बार पेट्रोल ढाई नहीं पूरे 4 रुपये सस्ता करने का प्लान बना रही मोदी सरकार

नई दिल्ली : पिछले दिनों केंद्र सरकार की तरफ से पेट्रोल और डीजल की कीमत में 2.50 रुपये प्रति लीटर की कटौती किए जाने के बाद सरकार अब तेल कीमतों को और कम करने की तैयारी कर रही है. सरकार की प्लानिंग है कि देश की जनता को तेज की महंगी कीमतों से लंबे समय के लिए राहत दी जाए. सरकार की तरफ से नई प्लानिंग के लागू होने के बाद पेट्रोल के रेट 3 से 4 रुपये प्रति लीटर तक कम हो जाएंगे. दरअसल सरकार की प्लानिंग पेट्रोल में एथेनॉल की मिलावट 10 से बढ़ाकर 20 प्रतिशत करने की है.

मिलों को अतिरिक्त लोन देने की भी तैयारी
ऐसे में एथेनॉल का उत्पादन बढ़ाने के लिए सरकार जरूर कदम उठा सकती है. इकोनॉमिक टाइम्स में प्रकाशित खबर के अनुसार एथेनॉल का प्रोडक्शन बढ़ाने के लिए सरकार चीनी मिलों को अतिरिक्त लोन देने की भी तैयारी कर रही है. इसको लेकर सरकार की तरफ से एक ड्रॉफ्ट भी तैयार कर लिया गया है. वित्त मंत्रालय की तरफ से भी इस पर सहमति जता दी गई है. पीएमओ से इस प्रस्ताव के पास होने के बाद इसे कैबिनेट के समक्ष रखा जाएगा.

एथेनॉल की मात्रा बढ़ाने पर सहमति
पेट्रोलियम मिनिस्टरी के अफसरों की तरफ से जानकारी दी गई कि पेट्रोल में एथेनॉल की मात्रा बढ़ाने पर सहमति बन गई है. इस प्रस्ताव के पारित होने पर एथेनॉल की खपत बढ़ना तय है. इसे ध्यान में रखकर चीनी कंपनियों को एथेनॉल प्लांट लगाने के लिए सरकार की तरफ से लोन दिया जा सकता है. सरकार ने पेट्रोल में मिलाने के लिए गन्ने से बनाए गए एथेनॉल के दाम में सितंबर में 25 प्रतिशत की बढ़ोतरी की थी.

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एथेनॉल के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए मोलेसिस एथेनॉल का दाम बढ़ाकर 52.4 रुपये प्रति लीटर और गन्ने से बनने वाले एथेनॉल का दाम बढ़ाकर 59 रुपये प्रति लीटर तक कर दिया गया है. रेट बढ़ाने के बाद सरकार को उम्मीद है कि इससे चीनी मिले एथेनॉल का ज्यादा उत्पादन करेंगी. जानकारों का कहना है कि एथेनॉल का उत्पादन बढ़ने से दो फायदे होंगे. पहला यह कि इससे पेट्रोल की कीमतों में कमी आएगी. दूसरा चीनी मिलों का कारोबार बढ़ेगा, जिससे चीनी मिल किसानों के बकाया का भुगतान जल्दी कर सकेंगी.

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