पिछले दो सालों में भारत को बतौर FDI 55 अरब अमेरिकी डॉलर मिलेः सुषमा
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पिछले दो सालों में भारत को बतौर FDI 55 अरब अमेरिकी डॉलर मिलेः सुषमा

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने दुनिया के देशों के साथ आर्थिक संबंध बेहतर बनाए जाने को मोदी सरकार की विदेश नीति का प्रमुख प्राथमिकता वाला क्षेत्र करार देते हुए रविवार को कहा कि भारत ने पिछले दो साल में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के तौर पर 55 अरब अमेरिकी डॉलर प्राप्त किए हैं।

फाइल फोटो

नई दिल्ली : विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने दुनिया के देशों के साथ आर्थिक संबंध बेहतर बनाए जाने को मोदी सरकार की विदेश नीति का प्रमुख प्राथमिकता वाला क्षेत्र करार देते हुए रविवार को कहा कि भारत ने पिछले दो साल में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के तौर पर 55 अरब अमेरिकी डॉलर प्राप्त किए हैं।

सुषमा ने करीब एक घंटे तक वार्षिक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया जिसमें उन्होंने पिछले एक साल में राजनयिक मामलों में राजग सरकार की उपलब्धियां गिनाईं और उन्होंने भारत के वैश्विक संबंधों के विस्तार के लिए की गई पहलों के बारे में भी बताया। विदेश मंत्री ने कहा कि सरकार ने पिछले एक साल में 140 देशों के साथ संपर्क कायम किए और अफ्रीकी महाद्वीप के देशों, खाड़ी क्षेत्र के देशों और प्रशांत द्वीपीय देशों के साथ भारत के बढ़ते संबंधों को प्रमुख उपलब्धियों के तौर पर पेश किया।

उन्होंने कहा कि भारत 65 देशों के साथ संपर्क कायम करेगा और वहां अपने मंत्रियों को भेजेगा। इन देशों में अब तक मंत्री स्तर का कोई नेता नहीं गया। सुषमा ने कहा कि उन्होंने और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दक्षेस के छह देशों की यात्रा की है और सरकार पड़ोस पहले की अपनी नीति का पालन पुरजोर ढंग से कर रही है। उन्होंने कहा कि लगातार की जा रही कोशिशों के कारण भारत को पिछले दो साल में 55 अरब अमेरिकी डॉलर (3.69 लाख करोड़ रुपये) का एफडीआई प्राप्त हुआ है।

सुषमा ने कहा, 'संप्रग शासनकाल की तुलना में इसमें 43 फीसदी इजाफा हुआ है। आपको एफडीआई लाने के लिए कोशिशें करनी होती हैं। हमारी कोशिशों के कारण एफडीआई में इजाफा हुआ है।' उन्होंने कहा कि विदेश मंत्रालय की ओर से लगातार की जा रही कोशिशों के कारण कई विदेशी सरकारें गंगा पुनरूद्धार और स्मार्ट सिटी जैसी भारत की महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में हिस्सा ले रही हैं।

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