भारत और रूस के बीच सीमा शुल्क क्षेत्र में हुआ समझौता
Advertisement

भारत और रूस के बीच सीमा शुल्क क्षेत्र में हुआ समझौता

भारत और रूस ने व्यापार में आपसी बाधाएं दूर करने और व्यापार संवर्धन के लिए सीमा शुल्क के क्षेत्र से सहयोग तथा कारोबारी वीजा उदार बनाने के संबंध में एक समझौता किया है। दोनों देशों के बीच आपसी व्यापार का स्तर अभी काफी कम है।

मास्को : भारत और रूस ने व्यापार में आपसी बाधाएं दूर करने और व्यापार संवर्धन के लिए सीमा शुल्क के क्षेत्र से सहयोग तथा कारोबारी वीजा उदार बनाने के संबंध में एक समझौता किया है। दोनों देशों के बीच आपसी व्यापार का स्तर अभी काफी कम है।

पिछले साल द्विपक्षीय व्यापार मात्र 9.51 अरब डालर का था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आठ जुलाई को उफा में हुई आपसी मुलाकात के दौरान व्यापारिक संबंध बढ़ाने के विषय में भी चर्चा की। दोनों देशों ने 2025 तक आपसी व्यापार को बढ़ाकर 30 अरब डालर तक पहुंचाने का लक्ष्य तय किया है।

रूस में भारत के राजदूत ने उफा बैठक का हवाला देने हुए कहा, ‘दोनों देशों के नेताओं ने मोटे तौर पर स्वीकार किया है कि व्यापर और निवेश अपेक्षाओं के अनुरूप नहीं है।’ उन्होंने कहा कि संपर्क सुविधाओं की कमी, भाषा संबंधी बाधाओं, वीजा बाधाएं और नियमन जैसे विभिन्न कारणों से आपसी व्यापार कम रहा है।

उन्होंने कहा, ‘दूरियां लंबी है। फिलहाल जहाजरानी मार्ग बहुत लंबा और खर्चीला है। राजनैतिक वजहों और सुरक्षा संबंधी वजहों से भूतल संपर्क नहीं है।’ बाधाओं के संबंध में राघवन ने कहा, ‘हम इन सबको दूर करने की दिशा में काम कर रहे हैं। हमने प्रगति की है। हम व्यापार बढ़ाने के लिए व्यवस्थित तरीके से काम कर रहे हैं।’ 

उन्होंने कहा, ‘रूस से साथ हम उत्तर दक्षिण गलिया को खोलने पर काम कर रहे हैं ताकि भारत से बरास्ता ईरान और मध्य एशिया वहां से व्यापार हो सके। हमने इस मामले में सभी संबद्ध पक्षों के साथ प्रगति की है। इससे माल ढुलाई का समय लगभग आधा रह जाएगा और भारतीय उत्पाद प्रतिस्पर्धी रहेंगे।’

Trending news