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नई दिल्ली: इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (आईओसी) में सरकार के 10 प्रतिशत शेयरों की बिक्री सोमवार को शुरू हुई। सुबह बाजार में बड़े स्तर पर भारी बिकवाली के बावजूद खुदरा निवेशकों ने इस शेयर के लिए कुछ बोलियां लगाईं। आईओसी पेट्रोलियम उत्पादों का खुदरा कारोबार करने वाली यह सबसे बड़ी कंपनी है। बिकवाली के दबाव में इसका शेयर सुबह 3.87 प्रतिशत टूट कर विनिवेश के लिए सरकार द्वारा तय मूल्य से भी नीचे चला गया था।
सार्वजनिक क्षेत्र की इस प्रमुख कंपनी के 24.28 करोड़ शेयर बेच कर सरकार को कम से कम 9,302 करोड़ रुपए हासिल होने की उम्मीद है। बाजार में विशेष व्यवस्था के तहत बिक्री की पेशकश (ओएफसी) के जरिए इस विनिवेश के लिए इस शेयर का न्यूनतम मूल्य 387 रुपए रखा गया है।
चालू वित्त वर्ष में यह चौथी सरकारी कंपनी है जिसके शेयर बेचे जा रहे हैं। आईओसी के शेयरों की बिक्री 0915 बजे शुरू हुई। प्रारंभिक दौर में ही कुछ खुरदरा निवेशकों की ओर से बोलियां हासिल हुईं। इसमें 20 प्रतिशत (कुल 4.85 करोड़ शेयर) खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित हैं। उन्हें पांच प्रतिशत रियायत पर आवंटन किया जाना है।
एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार सुबह 10:25 बजे तक खुदरा निवेशकों की ओर से 2.86 लाख शेयरों के लिए बोली मिली थी। उस समय तक संस्थागत निवेशकों का उत्साह ठंडा था लेकिन दिन चढने के साथ इसमें तेजी आने की उम्मीद है। बोलियां 15.30 बजे तक लगायी जा सकती हैं। चीन की अर्थव्यवस्था के गहराते संकट के कारण एशिया बाजारों में उथल पुथल के बीच सुबह बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 1000 अंक या तीन प्रतिशत से भी अधिक टूट कर 26,318 अंक तक आ गया था। इस गिरावट से आईओसी भी अछूता नहीं रहा और इसका शेयर 14.70 रपये या 3.73 प्रतिशत टूट कर 379.75 रुपए पर चल रहा था।