मैन व मैटेरियल की कमी से जूझ रहा है रेलवे, क्यों नहीं होंगे हादसे : शिव गोपाल मिश्रा
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मैन व मैटेरियल की कमी से जूझ रहा है रेलवे, क्यों नहीं होंगे हादसे : शिव गोपाल मिश्रा

रायबरेली में हुए न्यू फरक्का एक्सप्रेस हादसे के बाद रेल कर्मियों के संगठनों से रेल प्रबंधन को ले कर तीखी प्रतिक्रिया आई है.

न्यू फरक्का रेल हादसे को ले कर रेल कर्मियों के संगठनों ने दी तीखी प्रतिक्रिया (फाइल फोटो)

नई दिल्ली : रायबरेली में हुए न्यू फरक्का एक्सप्रेस हादसे के बाद रेल कर्मियों के संगठनों से रेल प्रबंधन को ले कर तीखी प्रतिक्रिया आई है. संगठनों का कहना है कि रेल कर्मियों से काम के घंटों से अधिक समय तक काम कराया जाता है. वहीं भ्रष्टचार व अन्य कारणों से सुरक्षित रेलगाड़ियों के परिचालन के लिए उचित संसाधन नहीं मिल रहे हैं.

  1. न्यू फरक्का रेल हादसे को ले कर रेल कर्मियों के संगठनों ने दी तीखी प्रतिक्रिया
  2. हादसे के लिए रेल कर्मचारियों और सामान की कमी को जिम्मेदार बताया है
  3. निर्धारित समय से अधिक काम के लिए दबाव बनाने के विरोध में रेेल कर्मी प्रदर्शन करेंगे
     

रेलवे मैन व मैटेरियल की कमी से जूछ रहा है
रेल कर्मियों के देश के सबसे बड़े संगठन ऑल इंडिया रेलवे मेन्स फेडरेशन (AIRF) के महामंत्री शिव गोपाल मिश्रा न कहा कि रेलवे में लगभग 2.5 लाख कर्मचारियों की कमी है. वहीं रेलवे की ओर से मात्र 95000 कर्मियों की भर्ती निकाली गई है. देश के किसी भी रेल सेक्शन पर निर्धारित गैंग मैनों की संख्या से कम लोग ही काम कर रहे हैं. वहीं पटरियों की गुणवत्ता पर भी लगातार सवाल उठते रहे हैं. ऐसे में रेल हादसे होना कोई बड़ी बात नहीं है. मिश्रा ने कहा कि सुरक्षित रेलगाड़ियों के परिचालन के लिए आवश्यक है कि रेलवे मैन व मैटेलियर की सप्लाई पूरी करे. वहीं सामान की गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए भी ठोस कदम उठाए जाएं.

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दबाव में काम कराने के विरोध में रेल कर्मी करेंगे प्रदर्शन
देश भर के रेलवे कर्मचारी 12 अक्टूबर को जंतर मंतर पर अपनी मांगों को ले कर प्रदर्शन करेंगे. रेल कर्मियों की प्रमुख मागों में एक मांग है कि रेलगाड़ियों के ड्राइवर व रनिंग स्टॉफ पर निर्धारित काम के घंटों के बाद काम करने या गाड़ी चलाने के लिए दबाव न बनाया जाए. साथ ही इन कर्मियों के आराम के घंटों में कटौती न की जाए.

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