मानसून की बारिश अबतक सामान्य से 10 प्रतिशत कम, जानें कृषि उत्पादन को लेकर क्या कहते हैं जानकार
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मानसून की बारिश अबतक सामान्य से 10 प्रतिशत कम, जानें कृषि उत्पादन को लेकर क्या कहते हैं जानकार

बीते जून से सितंबर माह के बीच देशभर में बारिश में काफी असमानता देखने को मिली है. कुछ इलाके जहां बारिश से तबाह हो गए, वहीं कही सूखे की भी स्थिति है.

प्रतीकात्मक फोटो

नई दिल्ली: आपने देखा कि इस साल भारी बारिश से केरल बाढ़ से तबाह हो गया. इसी तरह देश के कई हिस्से बाढ़ की विभीषिका झेल रहे हैं. बावजूद देश में इस सीजन में मॉनसून की बारिश सामान्य से 10 फीसदी कम हुई है. बीते जून से सितंबर माह के बीच देशभर में बारिश में काफी असमानता देखने को मिली है. कुछ इलाके जहां बारिश से तबाह हो गए, वहीं कही सूखे की भी स्थिति है.

  1. सितंबर में अब तक बारिश सामान्य से 30 फीसदी कम है.
  2. जून में बारिश सामान्य से 5 फीसदी कम थी.
  3. जुलाई और अगस्त में 6 फीसदी की कमी आई थी.

इसके बावजूद सरकार को यह भरोसा है कि देश में कृषि उत्पादन पर्याप्त रहेगा और फसलों की पैदावार कहीं ज्यादा ही होगी. जैसा कि आप जानते हैं इस साल मॉनसून समय से पहले यानी 1 जून से तीन-चार दिन पहले ही केरल में प्रवेश कर गया था. जून में बारिश सामान्य से 5 फीसदी कम थी, इसके बाद जुलाई और अगस्त में 6 फीसदी की कमी आई थी. सितंबर में अब तक बारिश सामान्य से 30 फीसदी कम है.

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सरकार और मौसम विभाग के जानकारों के मुताबिक दक्षिण-पश्चिम मानसून आमतौर पर 1 सितंबर को वापस होना शुरू कर देता है, लेकिन इस साल अभी तक यह प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है और उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत को इस हफ्ते के अंत में भारी वर्षा देखने को मिल सकती है. इस साल मॉनसून का मौसम इन इलाकों में थोड़ा लंबा खिंचा है.

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इकोनॉमिक टाइम्स की खबर के मुताबिक, राष्ट्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख के साथी देवी ने कहा, "मॉनसून ने अभी वापसी के संकेत नहीं दिखाए हैं क्योंकि कई क्षेत्रों में हाल ही में बारिश ठीक-ठाक देखी जा रही है." मौसम की जानकारी देने वाली निजी एजेंसी स्काइमेट के प्रबंध निदेशक जतिन सिंह ने कहा, उत्तर, मध्य और पूर्वी भारत में एक-दो दिन में उत्तर और पश्चिम उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब में अच्छी बारिश की उम्मीद है. 

इससे इन इलाकों में सूखे को लेकर जारी चिंता थोड़ी कम होने की उम्मीद है. मौसम विभाग तब सूखा घोषित करता है अगर मॉनसून के दौरान सामान्य से 10 फीसदी से ज्यादा कम बारिश हो और यह बारिश 20-40 फीसदी हिस्से में ही हुई हो.

स्काईमेंट मौसम विज्ञान और जलवायु परिवर्तन विभाग के अध्यक्ष जीपी शर्मा ने कहा, "मुझे उम्मीद है कि मानसूनी बारिश अभी करीब हफ्तेभर और खिंचेगी. शर्मा ने बताया कि पिछले साल मानसून सामान्य था क्योंकि सामान्य से 95 फीसदी बारिश दर्ज की गई थी. इस साल मानसूनी बारिश सूखे की स्थिति के काफी करीब 92-93 फीसदी रहने की उम्मीद है.

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