जेट एयरवेज पर संकट के बादल, रेटिंग एजेंसियों की हो रही निगरानी
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जेट एयरवेज पर संकट के बादल, रेटिंग एजेंसियों की हो रही निगरानी

संकट में फंसी जेट एयरवेज के लिए समस्या बढ़ती जा रही है. 

फाइल फोटो

नई दिल्ली: संकट में फंसी जेट एयरवेज के लिए समस्या बढ़ती जा रही है. सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्र के बैंकों से 11,000 करोड़ रुपए के कर्ज में चूक होने के जोखिम का समय पर खुलासा नहीं करने को लेकर जेट एयरवेज और कुछ क्रेडिट रेटिंग एजेंसियां नियामकीय निगरानी के घेरे में आ गई हैं. नियामकीय अधिकारियों ने बताया कि यह माना जा रहा है कि संबंधित कर्ज खातों को मानकीकृत कर दिया गया है, लेकिन आरोप है कि 30 जून को समाप्त तिमाही के दौरान कई मौकों पर इसमें चूक हुई और वह लगातार कर्जदाता बैंकों की निगरानी सूची में है. 

क्रेडिट रेटिंग एजेंसी के अधिकारियों का कहना है कि एयरलाइन द्वारा सौंपी गई माह अंत की स्थिति रिपोर्ट की यदि बात करें तो इसमें यह कहा गया है कि कोई चूक नहीं है. वित्तीय समस्याओं से जूझ रही जेट एयरवेज ने जून तिमाही के लिए वित्तीय परिणाम की घोषणा टाल दी थी. उसने अब तक परिणाम जारी करने की तारीख की घोषणा नहीं की है. पूंजी बाजार नियामक सेबी एयरलाइन की आडिट कमेटी की आपत्ति के बाद कंपनी द्वारा वित्तीय परिणाम की घोषणा टाले जाने के मुद्दों को देख रहा है. अब कर्ज में कथित चूक के मुद्दे की भी जांच की जा रही है.

जेट एयरवेज ने बयान में कहा कि कर्ज से जुड़े उसके सभी खाते पिछले कई साल से ‘मानक’ वाले हैं और किसी भी खाते में कोई बकाया नहीं है. किसी भी बैंक को कर्ज देनदारी की अदायगी में कोई देरी नहीं हुई है और बैंक अधिकारियों ने इस संदर्भ में नियमित अंतराल पर प्रमाणपत्र भी जारी किया. 

बयान के अनुसार, ‘‘सीआरआईएलसी (सेंट्रल रिपोजिटरी आफ इनफार्मेशन आन लार्ज क्रेडिट्स) द्वारा तैयार आंकड़े फिलहाल कुछ मीडिया में प्रसारित किये गए हैं. इसमें कुछ बैंकों ने निश्चित तारीख को जेट को चूक की स्थिति में दिखाया है. इसका कारण तकनीकी भूल है जिसे बाद ठीक कर लिया गया. कंपनी यह स्पष्ट करती है कि पिछले कई साल से कर्ज अदायगी में कोई चूक नहीं हुई है.’’ कंपनी के कर्ज खाते की स्थिति पर भारतीय स्टेट बैंक के चेयरमैन के हाल के बयान के संदर्भ में इक्रा ने कहा कि जेट एयरवेज प्रबंधन ने लिखित में इस बात की पुष्टि की है कि वह सभी बैंकों को भुगतान नियमित रूप से कर रही है.

इक्रा ने कहा, ‘‘हम खातों के परिचालन की बैंकों से हटकर स्वतंत्र रूप से भी जांच-परख कर रहे हैं.’’ एसबीआई के चेयरमैन रजनीश कुमार ने पिछले सप्ताह कहा था कि बैंक का जेट एयरवेज को दिया गया कर्ज निगरानी सूची में है. हालांकि, बाद में जेट एयरवेज ने कहा था कि वह सभी बैंकों के कर्ज का भुगतान समय पर कर रही है. शेयर बाजारों ने जेट एयरवेज के वित्तीय परिणाम की घोषणा टाले जाने के कारणों के बारे में पूछा है. साथ ही आडिट समिति द्वारा उठाये गये मुद्दों के बारे में जानकारी मांगी है.

(इनपुट भाषा से)

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