शेयर बाजार के लिए क्‍यों अहम है यह हफ्ता, जानिए इस खबर में
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शेयर बाजार के लिए क्‍यों अहम है यह हफ्ता, जानिए इस खबर में

कर्नाटक चुनाव के नतीजों, मुद्रास्फीति के आंकड़ों, कच्चे तेल की कीमतों और कुछ बड़ी कंपनियों के तिमाही परिणामों से तय होगी शेयर बाजार की चाल

इस सप्ताह हिन्‍दुस्तान यूनिलीवर, ल्यूपिन, पंजाब नेशनल बैंक, हिंडाल्को इंडस्ट्रीज और आईटीसी के तिमाही नतीजे आएंगे. (File photo)

नई दिल्ली: घरेलू शेयर बाजारों की दिशा इस सप्ताह कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजों, मुद्रास्फीति के आंकड़ों, कच्चे तेल की कीमतों और कुछ बड़ी कंपनियों के तिमाही परिणामों से तय होगी. विशेषज्ञों ने यह राय जताई है. इस सप्ताह जिन कंपनियों के तिमाही नतीजे आने हैं उनमें हिन्‍दुस्तान यूनिलीवर, ल्यूपिन, पंजाब नेशनल बैंक, हिंडाल्को इंडस्ट्रीज और आईटीसी शामिल हैं. जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘नतीजों का अगला चरण महत्वपूर्ण होगा, क्योंकि यदि इसमें किसी तरह की कमी रहती है तो बाजार को नुकसान हो सकता है. निवेशकों की निगाह घरेलू मुद्रास्फीति के आंकड़ों तथा कर्नाटक चुनाव नतीजों पर रहेगी.’’

  1. नतीजों का अगला चरण महत्वपूर्ण होगा, इसमें बदलाव से बाजार को नुकसान संभव
  2. उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति के आंकड़े भी इस हफ्ते होंगे जारी
  3. अमेरिका के ईरान के साथ परमाणु करार से हटने से युद्ध जैसी स्थिति बन सकती है

मंगलवार को आएंगे विधानसभा चुनाव के नतीजे
कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजे 15 मई को आने हैं. कोटक सिक्योरिटीज के उपाध्यक्ष पीसीजी रिसर्च संजीव जरबादे ने कहा, ‘‘सभी की निगाह कर्नाटक चुनावों के नतीजे पर है. इससे कुछ उतार-चढ़ाव आ सकता है. इस सप्ताह वृहद आर्थिक आंकड़ों में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति के आंकड़े आने हैं. ईरान परमाणु करार से अमेरिका के हटने के बाद अब सभी की निगाह कच्चे तेल की कीमतों पर भी होगी.’’

पश्चिम एशिया के संकट पर भी रहेगी नजर
बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि घरेलू कारकों के अलावा वैश्विक स्तर पर भू राजनैतिक घटनाक्रम, विशेषकर पश्चिम एशिया की गतिविधियों का असर भी वैश्विक स्तर पर बाजारों को प्रभावित करेगा. सैमको सिक्योरिटीज के संस्थापक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिमीत मोदी ने कहा, ‘‘हालांकि, सभी की निगाह कर्नाटक चुनाव पर है, लेकिन मुख्य जोखिम ईरान-इजराइल तनाव है. अमेरिका के ईरान के साथ परमाणु करार से हटने से युद्ध जैसी स्थिति बन सकती है.’’

2019 की दिशा तय करेगा कर्नाटक चुनाव
एपिक रिसर्च के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मुस्तफा नदीम ने कहा, ‘‘चुनाव हमेशा से किसी सरकार के प्रति भरोसे को दर्शाते हैं. आम चुनाव में अब एक साल बचा है जबकि कई अन्य राज्यों में भी विधानसभा चुनाव होने हैं. लघु अवधि के लिए कुछ उतार-चढ़ाव रह सकता है, क्योंकि मुनाफावसूली का सिलसिला चल सकता है. बीते सप्ताह बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 620.41 अंक या 1.78 प्रतिशत के लाभ से 35,535.79 अंक पर पहुंच गया.

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