नीति आयोग ने कहा कि गाद निकालने की गतिविधियों में विदेशी कंपनियों को शामिल करने से प्रतिद्वंद्विता बढ़ेगी और बंदरगाहों पर उचित गहराई को बनाये रखने में मदद मिलेगी.
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नई दिल्ली: बंदरगाहों के जरिये व्यापार को बढ़ावा देने के लिये देश के गाद निकासी बाजार को खोले जाने की जरुरत है. फिलहाल बंदरगाहों पर जहाजों के आवागमन के मार्ग की गहराई ज्यादा नहीं होने की वजह से बड़े जहाजों को संभालना मुश्किल है. नीति आयोग ने यह सुझाव दिया. आयोग ने कहा कि गाद निकालने की गतिविधियों में विदेशी कंपनियों को शामिल करने से प्रतिद्वंद्विता बढ़ेगी और बंदरगाहों पर उचित गहराई को बनाये रखने में मदद मिलेगी. यह बड़े-बड़े पानी जहाजों को अपनी ओर आकर्षित करेगा और हमें बंदरगाहों का केंद्र बनाने में सक्षम बनायेगा.
मौजूदा समय में भारत के गाद बाजार में ड्रेजिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (डीसीआई) और कुछ ही निजी कंपनियां की काम करती हैं. इसके चलते इस क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा की कमी है. नीति आयोग ने कहा कि सरकार को गाद निकालने की गतिविधियों को बढ़ाने के लिए अधिक कंपनियों विशेषकर अंतरराष्ट्रीय कंपनियों को आकर्षित करना चाहिये.
इसके लिये गाद निकासी बाजार को खोलने की जरुरत है ताकि बंदरगाहों की गहराई को एक निर्धारित सीमा पर रखा जा सके और बड़े नौवहन को आकर्षित किया जा सके. यह बंदरगाहों का केंद्र बनने में मदद करेगा. प्रमुख बंदरगाहों को बड़े जहाजों को संभालने लायक बनाने के लिए सरकार ने बंदरगाहों की गहराई बढ़ाने के लिए एक कार्य योजना बनाई है.
(इनपुट-भाषा)