कोरिया की तकनीक और भारत के साफ्टवेयर से मिलकर तैयार करेंगे दुनिया के बेहतरीन प्रोडेक्ट : PM मोदी
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कोरिया की तकनीक और भारत के साफ्टवेयर से मिलकर तैयार करेंगे दुनिया के बेहतरीन प्रोडेक्ट : PM मोदी

दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-इन अपनी चार दिन की यात्रा पर रविवार की शाम दिल्ली पहुंचे. सोमवार को अपनी आधिकारिक यात्रा के पहले दिन राष्ट्रपति मून ने कई कार्यक्रमों में शिरकत की. 

नोएडा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ने सैमसंग मोबाइल फैक्ट्री का उद्घाटन किया

नई दिल्ली : दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-इन अपनी चार दिन की यात्रा पर रविवार की शाम दिल्ली पहुंचे. सोमवार को अपनी आधिकारिक यात्रा के पहले दिन राष्ट्रपति मून ने कई कार्यक्रमों में शिरकत की. सबसे पहले उन्होंने दोनों देशों के व्यापारिक प्रतिनिधियों के एक सम्मेलन में शिरकत की. सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि दक्षिण कोरिया भारत के साथ अपने मजबूत संबंधों के लिए प्रतिबद्ध है. इस कार्यक्रम के बाद वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ गांधी स्मृति म्यूजियम गए और गांधी दर्शन पर चर्चा की. इसके बाद दोनों नेता मेट्रो ट्रेन का सफर करते हुए नोएडा पहुंचे.

उन्होंने कहा कि उनकी नई दक्षिणी नीति और पीएम मोदी की एक्ट ईस्ट पॉलिसी के बीच एक तरह का गठबंधन है. पूरे एशिया में समृद्धि आने पर दोनों ही पॉलसियां खुद ही खत्म हो जाएंगी. भारत और कोरिया के बीच आपसी संबंधों का एक लंबा इतिहास है. उन्होंने कहा कि भारत उनका एक ऐसा मित्र है जिसने सदैव जरूरत के समय खुद ही आगे बढ़कर मदद की है.

दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ने कहा कि भारत सरकार 100 नए स्मार्ट सिटी और प्रमुख शहरों को जोड़ने वाले एक औद्योगिक गलियारा बनाने की योजना तैयार कर रही है. इन बुनियादी ढांचागत परियोजनाओं में दक्षिण कोरिया अपना योगदान देना चाहता है. 

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व्यापारिक प्रतिनिधियों को संबोधित करने के बाद मून जे-इन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ 30 जनवरी मार्ग स्थित गांधी स्मृति भवन गए. यहां दोनों नेताओं ने गांधी जी से जुड़ी वस्तुओं का अवलोकन किया और यहां दोनों नेताओं ने वर्ल्ड पीस गोंग बजाकर विश्व शांति का संदेश दिया. यहां मून जे-इन ने कहा कि गांधी जी ने पूरी दुनिया को शांति का संदेश दिया और विश्व में शांति स्थापित करने के लिए गांधी के संदेशों को अपने जीवन में अपनाना बहुत जरूरी है. यहां केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा ने दोनों नेताओं को गांधी जी के चरखे का स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया.

गांधी स्मृति म्यूजियम में दोनों नेता करीब आधा घंटा रुके. यहां के बाद प्रधानमंत्री मोदी और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मेट्रो ट्रेन से नोएडा की तरफ रवाना हुए. जैसा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने विदेशी मेहमानों को अक्सर मेट्रो ट्रेन की सवारी कराते हैं. इस परंपरा को आगे बढ़ाते हुए पीएम मोदी दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-इन के साथ मेट्रो का सफर करते हुए नोएडा पहुंचे. हालांकि इससे पहले कयास लगाए जा रहे थे कि दोनों नेता सड़क मार्ग से नोएडा पहुंचेंगे. वे यहां सैमसंग मोबाइल फैक्ट्री का उद्घाटन करेंगे. यह फैक्ट्री दुनिया की सबसे बड़ी फैक्ट्री बताई जा रही है.

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नोएडा के सेक्टर 81 में स्थित सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स की 35 एकड़ में फैली है. दक्षिण कोरियाई कंपनी की इस फैक्ट्री में 4,915 करोड़ रुपए का निवेश किया गया है. सैमसंग की नई फैक्ट्री में दोगुना उत्पादन करने की क्षमता है. सैमसंग अभी भारत में 6.7 करोड़ स्मार्टफोन बना रही है. इस फैक्ट्री के शुरू होने पर करीब 12 करोड़ मोबाइल फोन की मैन्युफैक्चरिंग होगी. 

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मेट्रो का सफर करते हुए दोनों नेता शाम करीब 5 बजे नोएडा सिटी सेंटर मेट्रो स्टेशन पहुंचे. मेट्रो में यात्रा करने वाले यात्रियों ने जब अपने बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति को पाया तो सभी में फोटो लेने की होड़ मच गई. हर स्टेशन पर यात्रियों ने हाथ हिलाकर दोनों नेताओं का अभिनंदन किया. मेट्रो ट्रेन में पीएम मोदी और मून जे-इन भी लोगों का अभिनंदन स्वीकार किया.

मेट्रो का सफर करने के बाद सैमसंग फैक्ट्री पहुंचे दोनों नेताओं का उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वागत किया. फैक्ट्री का उद्घाटन करने से पहले मुख्य अतिथियों ने यहां मौजूद लोगों को संबोधित किया.

मेट्रो का सफर करने के बाद सैमसंग फैक्ट्री पहुंचे दोनों नेताओं का उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वागत किया. उद्घाटन से पहले अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मोबाइल मैन्यूफैक्चरिंग की नई यूनिट भारत के साथ ही ये उत्तर प्रदेश और नोएडा के लिए भी गर्व का विषय है. भारत को मैन्यूफैक्चरिंग का वैश्विक हब बनाने की दिशा में आज का दिन बहुत विशेष है. 5 हज़ार करोड़ रुपए का ये निवेश ना सिर्फ सैमसंग के भारत में व्यापारिक रिश्तों को मजबूत बनाएगा, बल्कि भारत और कोरिया के संबंधों के लिए भी अहम सिद्ध होगा. 

पीएम मोदी ने कहा कि भारत में शायद ही ऐसा कोई मिडिल क्लास घर हो जहां कम से कम एक कोरियाई प्रोडक्ट ना पाया जाता हो. सैमसंग की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर भारतीय लोगों के जीवन में सैमसंग ने अपना विशेष स्थान बनाया है. सैमसंग के स्मार्ट फोन मार्केट में आज वर्ल्ड लीडर की तरह हैं.

उन्होंने कहा कि आज बहुत कम दर पर इंटरनेट डेटा उपलब्ध है, देश की एक लाख से अधिक ग्राम पंचायतों तक फाइबर नेटवर्क पहुंच चुका है. ये सारी बातें, देश में हो रही डिजिटल क्रांति का संकेत हैं. उन्होंने कहा कि GeM यानी गवरमेंट ई-मार्केट के जरिए सरकार अब सीधे उत्पादक से सामान की खरीदारी कर रही है. इससे मीडियम और छोटे आंत्रप्रेन्योर को भी लाभ हुआ है तो सरकारी खरीदारी में पारदर्शिता भी बढ़ी है. प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते चार वर्षों में मोबाइल फैक्ट्रियों की संख्या 2 से बढ़कर 120 हो गई हैं जिसमें से 50 से अधिक तो यहां नोएडा में ही हैं. इससे 4 लाख से अधिक नौजवानों को सीधा रोजगार मिला है.

पीएम मोदी के बाद दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-इन ने अपने संबोधन में भारत द्वारा डिजिटल क्रांति को बढ़ावा देने के प्रयासों की प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि तकनीकी की दुनिया में भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है.

संबोधन के बाद दोनों नेताओं ने सैमसंग की फैक्ट्री का उद्घाटन किया.

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