चीन की चिंता बाजार पर पड़ी भारी, सेंसेक्स 243 अंक टूटा
Advertisement

चीन की चिंता बाजार पर पड़ी भारी, सेंसेक्स 243 अंक टूटा

भारत में विदेशी संस्थागत निवेशकों को न्यूनतम वैकल्पिक कर (मैट) के मामले में राहत देने की सरकार की घोषणा पर आज बाजार में चीन की चिंता भारी पड़ी और बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 242.88 अंक टूटकर 25,453.56 अंक पर आ गया।

चीन की चिंता बाजार पर पड़ी भारी, सेंसेक्स 243 अंक टूटा

मुंबई : भारत में विदेशी संस्थागत निवेशकों को न्यूनतम वैकल्पिक कर (मैट) के मामले में राहत देने की सरकार की घोषणा पर आज बाजार में चीन की चिंता भारी पड़ी और बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 242.88 अंक टूटकर 25,453.56 अंक पर आ गया।

चीन, यूरोप और अमेरिका में कारखाना उत्पादन के आंकड़े फीके रहने से वैश्विक बाजारों में और गिरावट रही। इससे वैश्विक वृद्धि में और गिरावट आने का डर है। जून तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर घटने और भारतीय विनिर्माण क्षेत्र के अगस्त के पीएमआई सर्वे में गिरावट से भी बाजार धारणा प्रभावित हुई।

उम्मीद की जा रही थी कि सरकार की मैट को पिछली तारीख से नहीं लगाने की घोषणा पर बाजार आज सकारात्मक प्रतिक्रिया देगा। शुरुआती कारोबार में हालांकि बाजार में तेजी आई भी पर यह टिकाऊ नहीं रही।

बढ़त थोड़ी देर ही टिकी और दिन आगे बढने के साथ चीन की अगुवाई में वैश्विक सुस्ती का असर भारतीय बाजार पर भी दिखाई देने लगा। बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों 25,891.95 अंक पर मजबूती से खुला और दिन के उच्चस्तर 25,939.37 अंक तक गया। बाद में मुनाफावसूली का सिलसिला चलने से यह नकारात्मक दायरे में आ गया और 25,395.09 अंक के निचले स्तर तक लुढ़क गया। 

अंत में सेंसेक्स 242.88 अंक या 0.95 प्रतिशत की बढ़त के साथ 25,453.56 अंक पर बंद हुआ। यह 8 अगस्त, 2014 के बाद सेंसेक्स का निचला स्तर है। उस दिन सेंसेक्स 25,329.14 अंक पर बंद हुआ था।

इसी तरह नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी शुरुआती कारोबार में 7,800 अंक के स्तर को पार कर 7,862.55 अंक तक गया। बाद में बिकवाली दबाव से यह 7,700 अंक से नीचे 7,699.25 अंक तक आ गया। अंत में निफ्टी 68.85 अंक या 0.88 प्रतिशत के नुकसान से 7,717 अंक पर बंद हुआ।

सेंसेक्स की कंपनियों में भेल में सबसे ज्यादा 5.10 प्रतिशत का नुकसान रहा। महिंद्रा एंड महिंद्रा का शेयर 3.56 प्रतिशत टूटा। अन्य कंपनियों में ओएनजीसी में 3.55 प्रतिशत, एसबीआई में 3.55 प्रतिशत, कोल इंडिया में 3.07 प्रतिशत और एनटीपीसी में 2.95 प्रतिशत का नुकसान रहा।

Trending news