सेंसेक्स 236 अंक और लुढ़ककर 28,000 से आया नीचे
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सेंसेक्स 236 अंक और लुढ़ककर 28,000 से आया नीचे

चीन की मुद्रा के अवमूल्यन की खबरों के बीच स्टेट बैंक सहित कुछ प्रतिष्ठित कंपनियों के फीके तिमाही परिणामों से निराश स्थानीय शेयर बाजारों में गिरावट का सिलसिला आज तीसरे दिन भी जारी रहा और बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स लगभग 236 अंक गिर कर 28,000 से नीचे आ गया।

मुंबई : चीन की मुद्रा के अवमूल्यन की खबरों के बीच स्टेट बैंक सहित कुछ प्रतिष्ठित कंपनियों के फीके तिमाही परिणामों से निराश स्थानीय शेयर बाजारों में गिरावट का सिलसिला आज तीसरे दिन भी जारी रहा और बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स लगभग 236 अंक गिर कर 28,000 से नीचे आ गया।

ब्रोकरों के अनुसार संसद में गतिरोध से भी निवेशकों के मन पर असर पड़ा है, क्योंकि अब मानसून सत्र के केवल दो दिन बचे हैं और जीएसटी जैसा महत्वपूर्ण विधेयक के पारित होने में और विलम्ब का खतरा बढ गया है। चीन की मुद्रा यूआन के दो प्रतिशत अवमूल्यन से विश्वस्तर पर उतार चढाव का भी स्थानीय बाजारों पर असर पड़ा।

हेम सिक्यूरिटीज के निदेशक गौरव जैन ने कहा, ‘एसबीआई की निराशाजनक कमाई से बाजार की उम्मीदों को धक्का लगा। जिंसों के भावों में गिरावट जारी रहने तथा रपए के कमजोर होने का भी उत्साह और ठंडा हुआ।’ भारतीय स्टेट बैंक, टाटा स्टील, हिंडालको और कोल इंडिया के लाभ के निम्नस्तर से निराश बाजार में नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी 8,500 से नीचे आ गया। रही सही कसर रपए की विनिमय दर में तेज गिरावट ने पूरी कर दी।

रुपया आज दिन में कारोबार के दौरान 40 पैसे गिर कर 64.27 रुपए प्रति डॉलर तक चला गया था। लेकिन बाद में थोड़ा संभला और 32 पैसे की गिरावट के साथ दो महीने के निम्न स्तर 64.19 पर बंद हुआ। तेजी के साथ शुरू हुआ सेंसेक्स एक समय 28,205.12 तक चढ़ गया था पर बिकवाली के दबाव में तेजी गायब हो गयी। सेंसेक्स अंत में 235.63 अंक या 0.84 प्रतिशत गिर कर 27,866.09 पर आ गया। 30 जुलाई के बाद यह इसका न्यूनतम स्तर है। नेशनल स्टाक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों वाला निफ्टी भी बिकवाली के दबाव में 63.25 अंक या 0.74 प्रतिशत घट कर 8,462.35 अंक पर बंद हुआ।

सेंसेक्स के 30 में से 23 शेयर हानि और सात लाभ में बंद हुए। एसबीआई 4.87 प्रतिशत नीचे आ गया। देश के इस सबसे बड़े बैंक के जून तिमाही के लाभ में केवल 5.9 प्रतिशत की वृद्धि दिखी है पर उसका एनपीए का स्तर कम हुआ है। सरकारी क्षेत्र के पीएनबी और बैंक ऑफ बड़ौदा के शेयर भी विकवाली के दबाव में रहे। हिंडालको, टाटा मोटर्स, कोल इंडिया और वेदांता में गिरावट जारी रही। इसके विपरीत सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की इन्फोसिस, टीसीएस और विप्रो के शेयर लाभ में बंद हुए। एशिया के प्रमुख बाजारों में गिरावट रही। यूरोपीय बाजारों में भी शुरुआती कारोबार में नरमी दिखी।

 

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