अडानी ग्रुप (Adani Group) के शेयर सोमवार को अचानक अपने निचले स्तर पर पहुंच गए. इस गिरावट के पीछे एक महिला पत्रकार के ट्वीट को जिम्मेदार कहा जा रहा है.
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नई दिल्ली: अडानी ग्रुप (Adani Group) के शेयर सोमवार को अचानक अपने निचले स्तर पर पहुंच गए. कंपनी के शेयरों में हुई गिरावट के लिए पत्रकार सुचेता दलाल (Journalist Sucheta Dalal) दिनभर ट्विटर पर ट्रेंड करती रहीं.
बताते चलें कि नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (NSDL) की ओर से अडानी ग्रुप की तीन FPI के खातों को फ्रीज करने की चर्चा फैली. जिसके बाद ग्रुप की कंपनियों के शेयर Shares सोमवार को अपने निचले स्तर तक गिर गए.
NSDL की वेबसाइट के अनुसार, डिपॉजिटरी ने 31 मई, 2021 तक Albula Investment Fund Ltd, Cresta Fund Ltd और APMS इन्वेस्टमेंट फंड लिमिटेड के खातों को फ्रीज कर दिया है.
अडानी ग्रुप (Adani Group) की कंपनियों के शेयरों Shares में हुई इस गिरावट की खबरों के बीच बिजनेस पत्रकार सुचेता दलाल (Journalist Sucheta Dalal) दिन भर ट्विटर पर ट्रेंड करती रहीं. सुचेता दलाल को ही वर्ष 1992 के हर्षद मेहता प्रतिभूति घोटाले का पता लगाने का श्रेय दिया गया जाता है. ट्विटर पर ट्रेंड करा रहे कई लोग अडानी ग्रुप के शेयरों में कमी का कारण सुचेता दलाल के ट्वीट्स को बता रहे थे.
इससे पहले बिजनेस पत्रकार सुचेता दलाल (Journalist Sucheta Dalal) ने ट्वीट किया, 'सेबी ट्रैकिंग सिस्टम के पास उपलब्ध सूचनाओं के ब्लैक बॉक्स के बाहर एक और घोटाला साबित करना मुश्किल है. यह अतीत के एक ऑपरेटर की वापसी है. जो सभी विदेशी संस्थाओं के माध्यम से लगातार एक समूह की कीमतों में हेराफेरी कर रहा है. उनकी विशेषता और एक पूर्व वित्तमंत्री. कुछ नहीं बदलता है!'
इसी बीच अडानी ग्रुप (Adani Group) ऑफ कंपनीज ने शेयर रखने वाले तीन विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) के खातों के फ्रीज होने से इनकार किया है. ग्रुप न कहा कि ऐसी खबरें 'गलत' और 'भ्रामक' हैं.
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वहीं अडानी ग्रुप (Adani Group) की कंपनियों ने BSE और National Stock Exchange (NSE) के साथ अलग-अलग कम्युनिकेशन करके दावा किया कि उनके खाते फ्रीज नहीं हुए हैं. कंपनियों ने कहा है कि उन्हें रजिस्ट्रार और ट्रांसफर एजेंटों से इस बात की पुष्टि हुई है.
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