बिदेसिया के पातीः पाकिस्तान के गरियाईं, रोज मुर्दाबादी नारा लगाईं बाकि तनि इहो जान लीं
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बिदेसिया के पातीः पाकिस्तान के गरियाईं, रोज मुर्दाबादी नारा लगाईं बाकि तनि इहो जान लीं

आदरणीय, प्रिय भारतीय भाई लोग

बिदेसिया के पातीः पाकिस्तान के गरियाईं, रोज मुर्दाबादी नारा लगाईं बाकि तनि इहो जान लीं

आदरणीय, प्रिय भारतीय भाई लोग
सब सलाम बा, राम—राम बा
एने फेरू से पाकिस्तान हॉटकेक लेखा चरचा में बा. रोजे-रोज पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारा लागे के माहौल बन रहल बा. इ ना तो नया बात बा, ना कवनो खास बात नईखे. दुनो देस में जवन तरीका के रिश्ता बा, ओह में भारत के लोग पाकिस्तान के गरियाई, पाकिस्तान के लोग भारत के गरियाई, ई चलत रहेला, आगे भी चलत रही. दुनो देस के राजनीति एक दूसरा के एतना साल से देख—देखा रहल बा कि अब तो सामान्य नागरिकन भी फैशन के रूप में, पैशन के रूप में मुर्दाबादी नारा लगावे के अभ्यस्त हो चुकल बा.

मोका तलाश-तलाश के गरिआवल जाला.मोका ना मिले तो मोका बनावल जाला. कबो सेना के बहाने, कबो क्रिकेट के बहाने, कबो कवनो कलाकार के बहाने, कबो कवनो अउरी विषय के उठाई के. अउरी आखिरी में कई गो छवियन में एगो छवि ई भी बनेला कि भारत में रह के मुसलमान लोग तो राज क रहल बा बाकि पाकिस्तान में जवन हिंदू लोग रहल बा नु, उ लोग के जिनगी नरके लेखा बा.

रोजे-रोज ना जाने कवना तरीका से एक-एक दिन निकालत होखी. हर साल मीडिया में एही तरीका से देखावल-बतावल भी जाला. बाकि ई बतावे के पहिले तनी भारतीय मीडिया के सतर्क-सावधान रहे के चाहीं. भारतीय मीडिया तो बड़ी आसानी से लिख के, देखा के आपन काम कर लेबेले अउरी ओकरा बाद एने पाकिस्तान में रहेवाला हिंदू लोग से पूछेला पड़ोसी लोग कि का हो, एकदम मने अईसन हाल-हालात बा?

हम एह चिठी से कुछ बात बतावल चाह रहल बानी. देखीं कवनो देस में जवन समुदाय अल्पसंख्यक होला, ओकरा अपना तरीका के मोश्किल होखबे करेला. ओकरा सामने खतरा-संकट रहबे करेला. बाकि ई कुल नीचला स्तर पर होला. जईसे भारत में आर्थिक-सामाजिक-सांस्कृति रूप से विपन्न मुसलमान लोग के ई शिकायत रहेला कि उ लोग के सामने मोश्किल बड़ बा, चुनौती बड़ बा, ओईसहीं पाकिस्तान में रहेवाला हिंदू समुदाय के लोगन में से भी ओही लोग के शिकायत रहेला कि ओह लोग के जीवन नरक बा, मोश्किल ही मोश्किल बा.

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ना तो जईसे भारत में रहेवाला आर्थिक-सामाजिक-सांस्कृति-शैक्षणिक रूप से मजबूत मुसलमान लोग सत्ता-सियासत-शासन-कारोबार-व्यापार संगे मिल के चानी काटेला ओसहीं पाकिस्तान में भी उपरका तबका के हिंदू लोग भी चानी काटेला. देखीं हम कुछ उदाहरण दे रहल बानी. रउआ बात समझ में आयी अउरी तब रउआ समझ में आई कि असल में सियासत के लोग अपना-अपना फायेदा खातिर एक दोसरा के प्रति नफरत के खेती जादे करेला. सामान्य रूप में सामाजिक हाल-हालात ओतना खतरनाक रहेला ना.

आछा ई बताईं कि पाकिस्तानी क्रिकेट टीम में दानिश कनेरिया शामिल भइल रहे. रउजा जानते होखब कि कनेरिया पाकिस्तानी हिंदू हवें. आछा रउआ अगर क्रिकेट के सवख राखिला तब तो ईमरान खान जब पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के कप्तान रहीं तब एगो अउरी पाकिस्तानी हिंदू क्रिकेट खिलाड़ी शामिल भईल रहे. नाम रहे अनिल दलपत. स्टार विकेटकीपर रहे जवान. अब रउआ कहब कि क्रिकेट तो अलग बात बा. खेल में तो केहू खेल सकेला. रउआ जस्टिस राणा भगवान दास के नाम सुनले होखब. उहां के पाकिस्तान के चीफ जस्टिस रहनी. 

अउरी सुनीं, ओह पाकिस्तानी हिंदू के जब सेवानिवृत्ति हो गईल तो पाकिस्तान सरकार फेरू सेवा लिहलस. उहां के पब्लिक सर्विस कमीशन के हेड बना दिहलस. एगो रहनी राणा चंदर सिंह. अब उहां के दुनिया में नईखीं. जानत बानी, सात-सात बेर उहां के उमरकोट से पाकिस्तान के एसेंबली में पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के ओर से नुमाइंदगी कईनी. 

बड़ा धाक रहे उहां के पाकिस्तानी राजनीति में. डेरात रहे लोग. पाकिस्तानी सरकार उहां के लेबर इंडस्ट्री मंत्री भी बनवले रहे. रउआ लागत होखी कि ई कुल तो पांच-दस साल पहिले के बात बा नु? अभी हाल-हालात ठीक नईखे. अभी के बताईं. रउआ सब के अभी के ही बात बता रहल बानी. एगो पाकिस्तान में बाड़े दीपक पारवानी. हिंदू ही हईं इहां के. पाकिस्तानी फैशन के टाईकून कहल जाला. मने बुझी कि पाकिस्तान के जे भी बड़ लोग बा, दीपक पारवानी से ही ड्रेस डिजाईन करवावेला. शादियन के ड्रेस डिजाईन करे में इनके बादशाहत बा.

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अउरी पाकिस्तानी स्कूलन के जवन स्कूल ड्रेस बाड़ी सन, ओकर चैंपियन इहें के कंपनी ह. मने पाकिस्तान में आईब तो इहां के जलवा देखब. आउटलेट प आउटलेट. इनके छोट भाई हवें नवीन पारवानी. पाकिस्तान के चर्चित स्नूकर प्लेयर हवें. पाकिस्तान खातिर एशियन गेम्स में मेडल लाईल बाड़े ई. अबहिये के बात होखत बा तो एगो अउरी बात बताईब. पाकिस्तानी फिल्म इंडस्ट्री में एगो चर्चित् फिल्म कंपनी हिय एवेरेडी पिक्सर्च. एकर स्थापना कईले रहले जेसी आनंद. अब जेसी आनंदजी नईखीं तो उहां के बेटा सतीश आनंद एकरा के चला रहल बानी. 

पाकिस्तानी फिल्मी दुनिया में एह कंपनी के जलवा बा. प्रोडक्शन अउरी डिस्ट्रिब्यूशन के ई सिरमौर कंपनी बिया. पाकिस्तान के एगो लोकगायक हवें कृष्णलाल मेल. पंजाबी, उर्दू अउरी मारवाड़ी भाषा के जानदार गायक.ईहां के पाकिस्तान में सम्मान आ के देखीं कबो. हिंदू ही हईं इहां के. पाकिस्तानी के हालिया बौद्धिक दुनिया के बात करब तो एगो नाम सोमो गियान चंदानीजी के लेबल जाला. उहां के मूल रूप से समाजशास्त्री रहनी बाकि साहित्य में भी गजब के पकड़ रहे. उहां के पाकिस्तान के सबसे बड़का साहित्यिक सम्मान 'कमाल ए फन' भी मिलल रहे. एतना के बाद अगर रउआ राजनीति के बात करब तो ओह में तो पाकिस्तान के राजनीति में हिंदुअन के सक्रियता के लंबा लिस्ट बा जी.

पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के खाटूमल जीवन, जामियेत उलेमा इस्लाम के हमीनदास, सिंध नेशनल एसेंबली के चेतनमल अरवानी, डॉ महेश कुमार मलानी, सिंध के चर्चित नेता ईश्वरलाल, रीता ईश्वर, नंद कुमार जईसन कई गो नाम सामने आई. एही क्रम में डॉ ताराचंद जईसन नेता लेाग के भी नाम आवेला. उहां के बलुचिस्तान में मंत्री रहनी अउरी पाकिस्तान सरकार उहां के बलुचिस्तान इंटरनेशनल लीग फॉर पीस एंड फ्रीडम के महासचिव बनवले रहे. पत्रकारिता के दुनिया में सुरेंद्र वालसी जईसन चर्चित-अनुभवी पत्रकार लोग के नाम ले सकत बानी. ई कुल लोग पाकिस्तान में रहेवाला हिंदू लोग ह.

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एगो चर्चित महिला पत्रकार चोपड़ा जैसी भी बाड़ी. युवा पत्रकार. पाकिस्तान में जे मिरची किंग लोग बा, उ लोग सिंध के हिंदू लोग बा. ई तो कुछ उदाहरण बा. देखब तो अबही ढेरे नाम बिजनेस से लेकर दोसर फिल्ड में मिली. कहे के मतलब एतने बा कि देखीं सियासत के ई मजबूरी ह अउरी रोग भी कि उ सही-सही बात ना बताई.

दुनो देश, एक दोसरा पर निर्भर बा. दुनो देश के सियासत अपना-अपना नागरिकन के अपना अपना हिसाब से सब बतावत रहेले. चाहे दुनो देश में कबहूं, कवनो पार्टी के सत्ता होखे. एक दोसरा से अनजान-अजनबी बनवले रहले लोग. असहीं आज मन में आईल ह, ईयाद परल ह, काल्ह से पाकिस्तान-पाकिस्तान जादे होखत होखी हिंदुस्तान में अउरी पाकिस्तान में हिंदुस्तान-हिंदुस्तान के राग शुरू हो गईल बा तो लिख देनी ह. 

बाद बाकि सब ठीक बा. दुनो देश के भूगोल नईखे बदलेवाला. पड़ोसी ही रहे के बा. एह से जनमजात दुश्मनी के जीवन भरे ढोवे से बढियां बा कि एक दोसरा के बारे में बता के नागरिकन के बीच नफरत कम होखे, एही खेयाल से ई चिठी लिखाईल बा. भूल-चूक, लेनी-देनी माफ करब.

राउरे, 
एगो पाकिस्तानी हिंदू 

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