रामगोपाल वर्मा ने फिर फोड़े 'टि्वटर बम', नेशनल अवॉर्ड पर उठाए सवाल
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रामगोपाल वर्मा ने फिर फोड़े 'टि्वटर बम', नेशनल अवॉर्ड पर उठाए सवाल

अपने विवादित बयानों और टि्वटर पर टिप्पणियों से फिल्ममेकर रामगोपाल वर्मा अक्सर सुर्खियों में बने ही रहते हैं. कुछ वक्त पहले बॉलीवुड अभिनेता टाइगर श्रॉफ और विद्युत जामवाल को लेकर उन्होंने विवादित ट्वीट किए थे. इन ट्वीट्स के बाद वर्मा ने विद्युत जामवाल से माफी भी मांगी थी.

राम गोपाल वर्मा ने बताया क्यों अवॉर्ड शो में शामिल नहीं होते आमिर खान

नई दिल्ली : अपने विवादित बयानों और टि्वटर पर टिप्पणियों से फिल्ममेकर रामगोपाल वर्मा अक्सर सुर्खियों में बने ही रहते हैं. कुछ वक्त पहले बॉलीवुड अभिनेता टाइगर श्रॉफ और विद्युत जामवाल को लेकर उन्होंने विवादित ट्वीट किए थे. इन ट्वीट्स के बाद वर्मा ने विद्युत जामवाल से माफी भी मांगी थी.

अब एक बार फिर वर्मा ने कुछ ट्वीट किए हैं और इस बार अवॉर्ड्स पर निशाना साधा है. इस बार वर्मा ने आमिर खान और नेशनल अवॉर्ड को लेकर ट्वीट किए हैं. उन्होंने नेशनल अवॉर्ड के साथ-साथ भारतीय फिल्म अवॉर्ड्स पर भी निशाना साधा है. 

अवॉर्ड्स की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा है कि, आमिर खान इन समारोहों का हिस्सा क्यों नहीं बनते हैं. वर्मा ने अपने ट्वीट्स के जरिए आमिर खान को देश का सबसे महान फिल्मकार बताते हुए कहा कि अवॉर्ड शो उनके परफॉर्मेंस को जज करने के लायक नहीं हैं. वर्मा ने ट्वीट किया, "आमिर खान, भारत के सबसे महान फिल्मकार, अवॉर्ड समारोहों का हिस्सा नहीं बनते इससे ही इन समारोहों के स्तर का पता चलता है."

उन्होंने आगे लिखा, "सबसे अच्छी क्वालिटी की फिल्में आमिर बनाते हैं और उन्हें इंडियन अवॉर्ड कमिटी, चाहे वह नेशनल अवॉर्ड ही क्यों न हो, से फर्क नहीं पड़ता."

बता दें कि आमिर ने 90के दशक में अवॉर्ड समारोहों में शामिल होना बंद कर दिया था. साल 1996 में फिल्मफेयर ने शाहरुख खान के लिए 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' के लिए बेस्ट एक्टर अवॉर्ड दिया था, इस साल आमिर खान को 'रंगीला' के लिए नॉमिनेट किया गया था. कहा जाता है कि उस साल आमिर खान को लगा था कि अवॉर्ड के लिए वह शाहरुख खान से ज्यादा काबिल थे.

गौरतलब है कि अप्रैल की शुरुआत में ही राष्ट्रीय पुरस्कारों की घोषणा हुई थी. इसमें अक्षय कुमार को 'रुस्तम' के लिए बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड दिया गया था. पुरस्कारों की घोषणा के तुरंत बाद सोशल मीडिया पर इस बात को लेकर बहस शुरू हो गई थी कि क्या अक्षय कुमार ने आमिर खान से बेहतर काम किया था. इसके साथ ही नेशनल अवॉर्ड को लेकर कई सवाल भी उठने लगे थे.  

64वें नेशनल अवॉर्ड की ज्यूरी के चेयरमैन और फिल्मकार प्रियदर्शन ने बताया था कि बेस्ट एक्टर की श्रेणी में मलयालम अभिनेता मोहनलाल और अक्षय कुमार फाइनल दावेदार थे. उन्होंने यह भी कहा कि 'दंगल' पर पुनर्विचार किया गया था, लेकिन रीजनल फिल्में अधिक अच्छी थीं इस वजह से मराठी फिल्म 'कसाव' को बेस्ट फिल्म का नेशनल अवॉर्ड दिया गया.

अक्षय-प्रियदर्शन की दोस्ती की वजह से उठे सवाल 

प्रियदर्शन अक्षय कुमार के साथ 'हेरा फेरी', 'गरम मसाला', 'भागमभाग' और 'भूल भुलैया' जैसी फिल्में बना चुके हैं. उन्होंने कहा, 'मैंने विवाद के बारे में सुना है और सीधे तरीके से इसका जवाब देना चाहूंगा. जब रमेश सिप्पी ज्यूरी हेड थे तब अमिताभ बच्चन ने यह अवॉर्ड जीता था. जब प्रकाश झा ज्यूरी हेड थे तब अजय देवगन ने यह अवॉर्ड जीता था. लेकिन पहले यह सवाल नहीं उठाया गया तो अब क्यों?'

गौरतलब है कि इस साल 'दंगल' में बेहतरीन अभिनय के लिए आमिर खान को फिल्मफेयर ने बेस्ट एक्टर श्रेणी में अवॉर्ड दिया है. फिल्म में आमिर ने पहलवान महावीर सिंह फोगाट की भूमिका निभाई थी. 

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