'उड़ता पंजाब' के लिए 'उड़ाई गई अफवाह'! सेंसर बोर्ड ने सभी आरोपों को किया खारिज
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'उड़ता पंजाब' के लिए 'उड़ाई गई अफवाह'! सेंसर बोर्ड ने सभी आरोपों को किया खारिज

फिल्म उड़ता पंजाब को लेकर बवाल बढ़ता ही जा रहा है। फिल्म सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष पहलाज निहलानी ने फिल्म के निर्माता अनुराग कश्यप पर आरोप लगाया है कि उन्होंने फिल्म में आम आदमी पार्टी के पैसे लगाए हैं। निहलानी ने मीडिया में बयान दिया कि उड़ता पंजाब फिल्म को पास कर दिया गया है, हालांकि उसमें कट किये गये हैं। उन्होंने कहा कि सीबीएफसी में कोई पॉलिटिक्स नहीं है।

'उड़ता पंजाब' के लिए 'उड़ाई गई अफवाह'! सेंसर बोर्ड ने सभी आरोपों को किया खारिज

मुंबई/नई दिल्ली: फिल्म उड़ता पंजाब को लेकर बवाल बढ़ता ही जा रहा है। फिल्म सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष पहलाज निहलानी ने फिल्म के निर्माता अनुराग कश्यप पर आरोप लगाया है कि उन्होंने फिल्म में आम आदमी पार्टी के पैसे लगाए हैं। निहलानी ने मीडिया में बयान दिया कि उड़ता पंजाब फिल्म को पास कर दिया गया है, हालांकि उसमें कट किये गये हैं। उन्होंने कहा कि सीबीएफसी में कोई पॉलिटिक्स नहीं है। मैंने कभी नहीं कहा कि यह फिल्म पंजाब में रिलीज नहीं होगी। उन्होंने कहा कि अनुराग कश्यम इस मुद्दे पर माइलेज लेना चाहते हैं और वे मामले को निजी बना रहे हैं।

फिल्म सेंसर बोर्ड के प्रमुख पहलाज निहलानी ने उन आरोपों को खारिज कर दिया कि उनपर ‘उड़ता पंजाब’ फिल्म की रिलीज को लेकर पंजाब सरकार की तरफ से किसी तरह का राजनीतिक दबाव है। अभिषेक चौबे द्वारा निर्देशित फिल्म और सेंसर बोर्ड में विवाद चल रहा है। जहां फिल्म से जुड़े लोगों और बोर्ड के बीच ठनी हुई है, वहीं राजनीतिक दलों ने निहलानी पर पंजाब सरकार के निर्देश पर काम करने का आरोप लगाया है।

फिल्म के निर्माता अनुराग कश्यप ने फिल्म में कथित रूप से 89 जगह कांट छांट करने और साथ ही उनसे फिल्म के शीर्षक एवं फिल्म से ‘पंजाब’ शब्द हटाने को कहने को लेकर सेंसर बोर्ड की और उसके प्रमुख निहलानी की खुलेआम आलोचना की है।

निहलानी से जब पूछा गया कि क्या वह पंजाब सरकार के दबाव में काम कर रहे हैं, उन्होंने कहा, ‘ऐसा बिल्कुल नहीं है। मुझे पर कोई राजनीतिक दबाव नहीं है।’ निहलानी ने कश्यप पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने सुना है कि फिल्मकार ने पंजाब को खराब तरीके से दिखाने के लिए आम आदमी पार्टी से पैसे लिए हैं।

उन्होंने दावा किया, ‘मैंने सुना है कि अनुराग कश्यप ने पंजाब को खराब तरीके से दिखाने के लिए आप से पैसे लिए हैं।’ कश्यप ने कहा है कि निहलानी एक तानाशाह की तरह काम करते हैं। इसे लेकर निहलानी ने कहा, ‘मैं किसी की निजी राय पर टिप्पणी नहीं कर सकता। यह उनकी अपनी पसंद है। लोग भाषण एवं अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए लड़ रहे हैं। यह उनकी जिम्मेदारी है। लेकिन फिल्म को लोग देखते हैं और हम सरकार द्वारा बनाए गए नियमों के अनुरूप काम करते हैं।’

फिल्म के शीषर्क से ‘पंजाब’ शब्द हटाने की बात को लेकर निहलानी ने कहा, ‘वह डिस्क्लेमर दे रहे हैं कि फिल्म में काल्पनिक किरदार हैं लेकिन पूरी फिल्म पंजाब पर आधारित है और उन्होंने पंजाब से नाम लिए हैं तो हमारे पास कारण है, हम दिशा निर्देशों के अनुरूप कांट छांट कर सकते हैं। इसलिए हमारे पास कांट छांट के प्रावधान हैं।’ फिल्मकारों ने साथ ही आरोप लगाया था कि निहलानी ने जानबूझकर उन्हें वह पत्र नहीं दिया जिसमें कांट छांट का उल्लेख है।

निहलानी ने इसे लेकर कहा कि निर्माताओं ने खुद ही अब तक पत्र नहीं लिया है और इसकी जगह मीडियाकर्मियों के पास जाकर मामले को सार्वजनिक कर दिया। उन्होंने कहा, ‘हम सोमवार को निर्माताओं से मिले थे और कांट छांट की जानकारी ली। उन्होंने कहा था, ‘अगर हम कांट छांट करते हैं तो क्या आप हमें प्रमाणपत्र दे देंगे? मैंने कहा, ‘बिल्कुल।’ लेकिन वे पत्र लेने नहीं आए। वे सीधे मीडिया के पास चले गए। आज वे पत्र लेने आए।’ निर्माताओं ने अब बंबई उच्च न्यायालय का रूख किया है।

दरअसल सेंसर बोर्ड चाहता है कि इस फिल्म के शीर्षक और संवादों में से पंजाब हटाया जाए। पंजाब के कुछ लोग भी फिल्म से खासे नाराज है। फिल्म को सेंसर के पैनल ने 89 कट्स दिए हैं जो अनुराग को नामंजूर है। इस फिल्म में शाहिद कपूर, करीना कपूर, आलिया भट्ट ने लीड रोल अदा किए हैं और यह 17 जून को प्रदर्शित होनी है।

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