उत्तर श्रीलंका में टीएनए की भारी जीत
Advertisement

उत्तर श्रीलंका में टीएनए की भारी जीत

श्रीलंका के स्थानीय चुनावों में युद्ध से जर्जर और तमिल बहुल वाले उत्तर हिस्से में लिट्टे समर्थक टीएनए ने दो तिहाई सीटें पर जीत ली जबकि राष्ट्रपति के गठबंधन ने देश के अन्य हिस्सों में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है.

कोलंबो : श्रीलंका के स्थानीय चुनावों में युद्ध से जर्जर और तमिल बहुल वाले उत्तर हिस्से में लिट्टे समर्थक टीएनए ने दो तिहाई सीटें पर जीत ली जबकि राष्ट्रपति के गठबंधन ने देश के अन्य हिस्सों में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है.
उत्तरी क्षेत्र में 25 साल में हुए पहली बार हुए प्रांतीय चुनावे में कभी लिट्टे के राजनीतिक अंग रहे टीएनए ने शानदार जीत दर्ज की जबकि इस क्षेत्र में राजपक्षे के सत्तारूढ़ यूपीएफए का बहुत ही फीका प्रदर्शन रहा.
आज घोषित हुए आधिकारिक परिणामों में सत्तारूढ यूनाइटेड पीपुल्स फ्रीडम एलायंस ने पूरे देश में कुल 65 सीटों में से 45 निकायों में जीत दर्ज की. उत्तरी क्षेत्र में तमिल नेशनल एलायंस :टीएनए: को 26 में से 18 निकायों में फतह हासिल हुई जबकि उसकी प्रतिद्वंद्वी तमिल पार्टी टीयूएलएफ को उत्तर में दो सीटें मिली .
राजपक्षे की श्रीलंका फ्रीडम पार्टी के दबदबे वाली सत्तारूढ यूपीएफए को उत्तर में केवल दो सीटें ही मिल पाई .
मत्स्य मंत्री राजिता सेनारत्ने ने कहा, ‘‘राष्ट्रपति की लोकप्रियता का यह एक और प्रदर्शन था . पहली बार लोगों ने उत्तर की राजनीति में श्रीलंका फ्रीडम पार्टी को बडी ताकत के रूप में लिया .’’ तमिल विद्रोह के केंद में रहे उत्तरी श्रीलंका के किलीनोच्ची में 25 सालों से ज्यादा समय के बाद तमिलों ने कल निकाय परिषद के प्रतिनिधियों को चुनने के लिए मतदान में हिस्सा लिया .
मतदान पूरे देश में हुआ लेकिन किलीनोच्ची और जाफना इसके केंद्र में थे जहां तीन दशकों के युद्ध की समाप्ति और लिट्टे प्रमुख प्रभाकरण की मौत के बाद तमिलों ने मतदान किया .
इस चुनाव में मुख्य विपक्षी दलों को गहरा झटका लगा है क्योंकि यूनाइटेड नेशनल पार्टी और मार्क्स वादी जेवीपी एक भी निकाय नहीं जीत पायी है.

Trending news