स्मार्टफोन के चलते बच्चों में बढ़ रही आंखों में सूखेपन की समस्या
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स्मार्टफोन के चलते बच्चों में बढ़ रही आंखों में सूखेपन की समस्या

वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि अपने स्मार्टफोन या कंप्यूटर डिवाइस पर ज्यादा समय बिताने वाले बच्चों को ड्राइ आई यानी आंखों में सूखेपन की समस्या का जोखिम बहुत ज्यादा होता है।

फाइल फोटो: प्रतीकात्‍मक तौर पर

सोल : वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि अपने स्मार्टफोन या कंप्यूटर डिवाइस पर ज्यादा समय बिताने वाले बच्चों को ड्राइ आई यानी आंखों में सूखेपन की समस्या का जोखिम बहुत ज्यादा होता है।

दक्षिण कोरिया के चुंग आंग यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल के अनुसंधानकर्ताओं के मुताबिक वीडियो डिस्प्ले टर्मिनल (वीडीटी) मसलन स्मार्टफोन या कंप्यूटर के ज्यादा इस्तेमाल का संबंध बच्चों में ऑक्यूलर सरफेस सिम्पटम्स (नेत्र संबंधी लक्षणों या समस्या) की बारंबारता से पाया गया है। अनुसंधानकर्ताओं ने कहा कि हमने 916 बच्चों का नेत्र परीक्षण किया था। बच्चों और उनके परिवार को प्रश्नावली दी गई थी जिसमें वीडीटी के इस्तेमाल, खेलकूद की गतिविधि, सीखने और ऑक्यूलर सरफेस डिसीज इनडेक्स में बदलाव से संबंधित स्कोर शामिल था।

प्रतिभागियों को दो समूहों में बांटा गया था जिसमें 630 बच्चे शहरी इलाकों के और 286 ग्रामीण इलाकों से थे। शहरी समूह के कुल 8.3 फीसदी बच्चों में ड्राइ आई डिसीज (डीईडी) की समस्या मिली जबकि ग्रामीण समूह में ऐसे बच्चों का आंकड़ा 2.8 फीसदी था। शहरी समूह में स्मार्टफोन के इस्तेमाल की दर 61.3 फीसदी और ग्रामीण समूह में 51 फीसदी थी।

बच्चों में स्मार्टफोन का इस्तेमाल का बाल्यावस्था डीईडी से है। यह शोध जर्नल बीएमसी ऑप्थेल्मोलॉजी में प्रकाशित हुआ है।

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