चक्रवात ओखी में 845 लोगों को बचाया गया, 661 अब भी लापता : सीतारमण
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चक्रवात ओखी में 845 लोगों को बचाया गया, 661 अब भी लापता : सीतारमण

लोकसभा में सीतारमण ने एक सवाल के जवाब में बताया कि नौसेना, वायुसेना और तटरक्षक बल ने 20 दिसम्बर तक 821 लोगों की जान बचाई.

सीतारमण ने बताया कि 661 मछुआरे अब भी लापता हैं. जो लापता हैं उनमें अधिकतर तमिलनाडु (400) और केरल (261) के हैं. (फाइल फोटो)

नई दिल्ली : दक्षिण भारत में आए चक्रवात ओखी के समय राहत अभियान में संलग्न रक्षा बल एवं अन्य एजेंसियों ने 845 लोगों को बचाया लेकिन 661 मछुआरे अब भी लापता हैं. रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में बुधवार (27 दिसंबर) को यह जानकारी दी. सीतारमण ने एक सवाल के जवाब में बताया कि नौसेना, वायुसेना और तटरक्षक बल ने 20 दिसम्बर तक 821 लोगों की जान बचाई.

  1. चक्रवात ओखी के समय राहत अभियान में 845 लोगों को बचाया गया : सीतारमण
  2.  नौसेना, वायुसेना और तटरक्षक बल ने 20 दिसम्बर तक 821 लोगों की जान बचाई : सीतारमण
  3.  24 अन्य लोगों का जीवन मर्चेंट नेवी के पोतों सहित अन्य एजेंसियों ने बचाया : सीतारमण

उन्होंने बताया कि 24 अन्य लोगों का जीवन मर्चेंट नेवी के पोतों सहित अन्य एजेंसियों ने बचाया. जिन 845 लोगों को बचाया गया उनमें 453 तमिलनाडु के, 362 केरल के, 30 लक्षद्वीप और मिनिकॉय द्वीप के हैं. बहरहाल, सीतारमण ने बताया कि 661 मछुआरे अब भी लापता हैं. जो लापता हैं उनमें अधिकतर तमिलनाडु (400) और केरल (261) के हैं. चक्रवात ओखी से ये दोनों राज्य सबसे बुरी तरह प्रभावित रहे. दिसम्बर की शुरुआत में आए चक्रवात की चपेट में कई मछुआरे आ गए थे.

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एक अन्य सवाल के जवाब में रक्षा राज्यमंत्री सुभाष भामरे ने बताया कि छिंगछिप, मिजोरम के सैनिक स्कूलों में शैक्षणिक सत्र 2018-2019 से लड़कियों के नामांकन को मंजूरी दे दी गई है. एक अन्य सवाल के जवाब में भामरे ने कहा कि रक्षा कर्मियों के सर्विस रैंक में उनके सिविल समकक्ष पदों की तुलना में कमी करने या बदलाव करने की कोई योजना नहीं है.

(इनपुट - भाषा)

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