आप नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा, ‘‘हम अधिकारियों से अपील करते हैं कि वे काम बाधित नहीं करें, क्योंकि इससे प्रशासन प्रभावित होता है.
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नई दिल्लीः दिल्ली में आम आदमी पार्टी सरकार और अधिकारियों के बीच विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. एक तरफ जहां दिल्ली सरकार के अधिकारियों ने शनिवार को कैबिनेट सचिव पीके सिन्हा से मुलाकात की है वहीं दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल भी केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से जाकर मिले है. उधर AAP ने पार्टी के विधायकों की ओर से मुख्य सचिव अंशु प्रकाश पर किए गए कथित हमले के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे सरकारी अधिकारियों से अपील की कि वे काम बाधित नहीं करें, क्योंकि ऐसा करने से प्रशासन प्रभावित होगा.
‘आप’ की दिल्ली इकाई के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि मुख्य सचिव प्रकाश पर कथित हमले और मंत्री इमरान हुसैन एवं दिल्ली डायलॉग कमीशन के उपाध्यक्ष आशीष खेतान पर हमले की जांच पुलिस द्वारा की जा रही है. भारद्वाज ने कहा, ‘‘हम अधिकारियों से अपील करते हैं कि वे काम बाधित नहीं करें, क्योंकि इससे प्रशासन प्रभावित होता है.’’ मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनके कैबिनेट सहकर्मियों ने शुक्रवार को उप-राज्यपाल अनिल बैजल से मुलाकात कर सरकार एवं नौकरशाही के बीच तनाव कम करने में उनके दखल का अनुरोध किया था.
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‘आप’ के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि नौकरशाहों को दिल्ली सरकार से अपनी भिड़ंत को अहं का मुद्दा नहीं बनाना चाहिए, क्योंकि उनके विरोध प्रदर्शन की वजह से दिल्ली में प्रशासन प्रभावित हो रहा है. मुख्य सचिव अंशु प्रकाश ने आरोप लगाया है कि ‘आप’ के विधायक प्रकाश जारवाल और अमानतुल्ला खान ने सोमवार को मुख्यमंत्री केजरीवाल के आवास पर देर रात हुई एक बैठक के दौरान उनकी पिटाई की. इस घटना के बाद से अधिकारी दिल्ली सरकार के मंत्रियों की ओर से बुलाई गई बैठकों का बहिष्कार कर रहे हैं.
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हुसैन और खेतान पर हमले के मामले में कार्रवाई की मांग करते हुए ‘आप’ के नेता आशुतोष ने कहा कि पार्टी के सांसद संजय सिंह ने शुक्रवार इस मुद्दे को उठाने के लिए दिल्ली के पुलिस आयुक्त से वक्त मांगा था, लेकिन अब तक उन्हें समय नहीं दिया गया है.
दिल्ली सरकार के अधिकारियों ने की कैबिनेट सचिव से मुलाकात
दिल्ली सरकार के कर्मचारियों और अधिकारियों के एक संयुक्त फोरम ने मुख्य सचिव अंशु प्रकाश पर कथित हमले का मुद्दा उठाने के लिए शनिवार क कैबिनेट सचिव पीके सिन्हा से मुलाकात की और उन्हें आप सरकार के तहत ‘‘काम के मुश्किल हालात’’ से अवगत कराया. फोरम ने एक बयान में कहा कि बैठक में पिछले कुछ वर्षों में रही स्थिति तथा हाल में अंशु प्रकाश के साथ हुई घटना को लेकर विस्तृत चर्चा हुई. देश के शीर्ष नौकरशाह के साथ यह मुलाकात मुख्यमंत्री आवास पर 19-20 फरवरी की रात मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की मौजूदगी में आप के कुछ विधायकों द्वारा दिल्ली के मुख्य सचिव के साथ की गई कथित मारपीट के कुछ दिन बाद हुई है.
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बयान में कहा गया, ‘‘कैबिनेट सचिव ने सभी कर्मचारियों और अधिकारियों को ध्यान से सुना और माना कि वे कठिन स्थिति में काम कर रहे हैं.’’ इसमें कहा गया, ‘‘उन्होंने सभी कर्मियों को पूर्ण प्रशासनिक और नैतिक समर्थन का आश्वासन दिया. हालांकि उन्होंने आगाह किया कि नागरिकों को असुविधा नहीं होनी चाहिए और सेवा प्रदायगी दुरुस्त रहनी चाहिए, जिस पर सभी अधिकारियों ने पूर्ण समर्पण की बात कही.’’ अधिकारियों ने दोहराया कि वे औपचारिक लिखित संवाद माध्यम से काम जारी रखेंगे और राजनीतिक नेतृत्व की ओर से उनकी निजी गरिमा का ध्यान रखे जाने तथा बैठकों के दौरान सुरक्षा का आश्वासन मिलने तक वे दोपहर भोज के दौरान हर रोज पांच मिनट के लिए शांतिपूर्ण मौन प्रदर्शन करेंगे.
दिल्ली पुलिस शुक्रवार क मुख्यमंत्री केजरीवाल के आवास पहुंची थी और कथित हमले की घटना के सिलसिले में सीसीटीवी की हार्ड डिस्क जब्त की थी. मुख्यमंत्री ने अपने मंत्रिमंडल सहयोगियों के साथ यह सुनिश्चित कराने के लिए उपराज्यपाल अनिल बैजल का दरवाजा खटखटाया था कि नौकरशाहों द्वारा किए जा रहे बहिष्कार के चलते सरकार का कामकाज प्रभावित न हो
(इनपुट भाषा से भी)