पेट्रोगेट केस मामले में बड़ा खुलासा, दूसरे मंत्रालयों में भी जासूसी करते थे आरोपी
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पेट्रोगेट केस मामले में बड़ा खुलासा, दूसरे मंत्रालयों में भी जासूसी करते थे आरोपी

पेट्रोलियम मंत्रालय के लीक दस्तावेज मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। दिल्ली पुलिस के शिकंजे में जासूसों के पास से पुलिस को कई मंत्रालयों के कागजात मिले है। पकड़े गए ये सभी जासूस दूसरे मंत्रालयों में भी घुसपैठ करते थे।

पेट्रोगेट केस मामले में बड़ा खुलासा, दूसरे मंत्रालयों में भी जासूसी करते थे आरोपी

नई दिल्ली: पेट्रोलियम मंत्रालय के लीक दस्तावेज मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। दिल्ली पुलिस के शिकंजे में जासूसों के पास से पुलिस को कई मंत्रालयों के कागजात मिले है। पकड़े गए ये सभी जासूस दूसरे मंत्रालयों में भी घुसपैठ करते थे।

इनके पास से तीन और मंत्रालयों के कागजात मिले है। पुलिस को इनके पास से रक्षा, कोयला और ऊर्जा मंत्रालय से जुड़े कागजात मिले है। जिससे पता चलता है कि इनकी घुसपैठ पेट्रोलियम के अलावा इन मंत्रालयों (रक्षा, कोयला और ऊर्जा) में भी थी। पुलिस को एक आरोपी के पास से तीन डायरियां मिली है।  

पेट्रोलियम मंत्रालय से गोपनीय दस्तावेजों को कथित तौर पर लीक किये जाने के मामले की जांच ने आज रफ्तार पकड़ी और जांच के सिलसिले में दिल्ली पुलिस ने दो अन्य लोगों को गिरफ्तार किया है। इस सनसनीखेज मामले में हिरासत में लिए गए व्यक्तियों की संख्या सात हो गई है।

इस बीच इससे पहले के आज के एक अहम घटनाक्रम में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने आज कहा ‘हमने इस संबंध में प्रयास जैन और शांतनु सैकिया को गिरफ्तार किया है। ये दोनों उर्जा क्षेत्र के लिए परामर्शदाता का काम करते हैं और चोरी के दस्तावेज इन्हें मिले थे।’ पहले पत्रकार रहे सैकिया अब पेट्रोलियम उद्योग पर केंद्रित एक वेब पोर्टल चलाते हैं और उनका दफ्तर दक्षिण दिल्ली के डिफेंस कालोनी में है। जैन केंद्रीय दिल्ली के पटेल नगर इलाके में अपनी परामर्श कंपनी चलाते हैं।

कापरेरेट जासूसी के संदिग्ध मामले में दिल्ली पुलिस ने कल धन के बदले उर्जा कंपनियों को कथित तौर पर सरकारी दस्तावेज लीक करने के मामले में पेट्रोलियम मंत्रालय के दो अधिकारियों और तीन बिचौलियों को गिरफ्तार किया था।
अपराध शाखा के अधिकारियों ने इससे पहले 58 वर्षीय आशाराम और 56 वर्षीय ईश्वर सिंह को गिरफ्तार किया है जो मंत्रालय में विभिन्न तरह के काम के लिए (मल्टी टास्किंग स्टाफ) रखे गए थे। इनके साथ इनके तीन अन्य साथी भी हिरासत में लिये गए हैं।

गिरफ्तार व्यक्तियों में आशाराम के भाई लालता प्रसाद, उसके पुत्र राकेश कुमार भी शामिल हैं जो शास्त्री भवन में विभिन्न तरह के कामों के तैनात थे। आज अपराह्न पुलिस पांचों गिरफ्तार आरोपियों को पेट्रोलियम मंत्रालय ले गई। उन्हें वरिष्ठ अधिकारियों के कमरों में ले जाया गया जिनमें वे कथित तौर पर नकली चाबियों के जरिए प्रवेश करते थे।

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