गुवाहाटी रेलवे स्टेशन में 31 बांग्लादेशी पकडे गए, रेलवे पुलिस ने कराया चाय-नाश्ता
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गुवाहाटी रेलवे स्टेशन में 31 बांग्लादेशी पकडे गए, रेलवे पुलिस ने कराया चाय-नाश्ता

त्रिपुरा की राजधानी अगरतला से अपने दलाल के जरिये वापस बांग्लादेश जाने के लिए अगरतला जाने वाली कंचनजंघा एक्सप्रेस ट्रेन की प्रतीक्षा में थे.

गुवाहाटी रेलवे स्टेशन में 31 बांग्लादेशी पकडे गए, रेलवे पुलिस ने कराया चाय-नाश्ता

अंजनील कश्यप, गुवाहाटीः असम की राजधानी गुवाहाटी रेलवे स्टेशन में सोमवार को उस समय हड़कंप मच गया जब 1 या 2 नहीं, बल्कि एक साथ 31 बांग्लादेशी नागरिकों को भारतीय नागरिकता का किसी भी तरह का परिचय पत्र न दिखा पाने के सूरत में जीआरपी ने गिरफ्तार कर लिया. ये सभी बेंगलुरु से गुवाहाटी रेलवे स्टेशन पहुंचे थे और त्रिपुरा की राजधानी अगरतला से अपने दलाल के जरिये वापस बांग्लादेश जाने के लिए अगरतला जाने वाली कंचनजंघा एक्सप्रेस ट्रेन की प्रतीक्षा में थे. इन्हें पकड़ने के बाद रेलवे पुलिस ने 'अतिथि देवो भव:' वाली परंपरा की मिसाल पेश करते हुए भूखे बांग्लादेशियों को चाय-नाश्ता कराया.

जीआरपी के जवान रविवार रात गुवाहाटी रेलवे स्टेशन पर रुटीन तलाशी के दौरान प्लेटफार्म संख्या 1 पर 31 लोगों के एक समूह जिनमे 8 बच्चा, 5 बच्चियां के साथ 10 पुरुष और 8 महिलायें को एक साथ सोते हुए देख उनपर संदेह होने पर परिचय पत्र मांगा गया पर एक ने भी भारतीय नागरिकता का कोई भी वैध दस्तावेज नहीं दिखा पाया. इसके बाद जीआरपीएफ टीम एक अधिकारी इफ्तिखार अली के नेतृत्व में 31 संदेहजनक लोगों से गहन पूछताछ की गई और सोमवार को इन लोगों ने माना की ये सभी बांग्लादेश के निवासी हैं और भारत के बेंगलुरु में पिछले 3 सालों से विभिन्न कामों में कार्यरत थे. 

31 बांग्लादेशी नागरिकों की टोली को दिल्ली में पिछले कई वर्षो से अवैध रूप से रह रहा सुलेमान कुदूष गाइड के साथ आया था, सुलेमान कुदुस ने गुवाहाटी रेलवे पुलिस को बताया की भारत में बांग्लादेश से आये दिन रोजगार की तलाश में चोरी छिपे बांग्लादेश से दलाल के जरिए आते रहते हैं और फिलहाल भारत में लगभग 1 करोड़ बांग्लादेशी अवैध रूप से भारत के मुंबई, दिल्ली, राजस्थान , चेन्नई, बंगलुरु , गुड़गावं , नॉएडा में रह रहे हैं. सुलेमान कुदुस को जब रेलवे पुलिस ने और पूछताछ की तब उसने ये भी कबूला की वह खुद कई बार बांग्लादेश जाकर बांग्लादेशी लोगों को भारत चोरी छिपे लाया हैं और इस बार दुर्गा पूजा से पहले पकड़े गए 31 लोगों को बांग्लादेश अपने घर जाना था , इसलिए बेंगलुरु से गुवाहाटी रेलवे स्टेशन ये सभी पहुंचा था. 

उल्लेखनीय हैं की असम में एनआरसी का कम्पलीट ड्राफ्ट निकल चूका हैं जिनमे 3.29 आवेदकों में से 40 लाख लोगों के भारतीय नागरिकता के पुख्ता दस्तावेज नहीं पाने के सूरत में बाहर रखा गया हैं ऐसे में भारत में 1 करोड़ अवैध रूप से अगर बांग्लादेशी रह रहा हैं तो ये भारत सरकार और देश के लिए खतरे की घंटी हैं और अब कहीं न कहीं पुरे देश में एनआरसी करवाने के मांग निश्चित रूप से तूल पकड़ेगी.  

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