शाह ने जनता परिवार के विलय की कोशिश को 'अनैतिक' बताया
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शाह ने जनता परिवार के विलय की कोशिश को 'अनैतिक' बताया

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने जनता परिवार के विलय की कोशिश को अनैतिक करार दिया है।

शाह ने जनता परिवार के विलय की कोशिश को 'अनैतिक' बताया

पटना : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने जनता परिवार के विलय की कोशिश को अनैतिक करार दिया है।

शाह ने जदयू-राजद-कांग्रेस गठबंधन को अपवित्र और अनैतिक गठबंधन बताते हुए शनिवार को कहा कि जिस प्रकार का अपवित्र गठबंधन बिहार में आकार लेने जा रहा है उसे देखते हुए मुझे विश्वास है कि बिहार की जनता इनकी एकता से कोई इत्तफाक नहीं रखेगी और आने वाले दिनों में पूर्ण बहुमत के साथ बिहार में भाजपा की सरकार बनेगी।

उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी एक अच्छी और मजबूत सरकार देने के साथ साथ इस प्रदेश को ‘जंगल राज’ की वापसी से मुक्ति दिलाएगी।

पटना स्थित भाजपा के प्रदेश कार्यालय में आज शाह ने संवाददाताओं को बताया ‘‘जिस प्रकार का अपवित्र गठबंधन बिहार में आकार लेने जा रहा है, उसे देखते हुए मुझे भरोसा है कि बिहार की जनता इनकी एकता से कोई इत्तफाक नहीं रखेगी और आने वाले दिनों में पूर्ण बहुमत के साथ बिहार में भाजपा की सरकार बनेगी। हमारा आतंरिक आकलन है कि इस वर्ष के अंत में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में 185 से अधिक सीट प्राप्त कर भाजपा की एक अच्छी और मजबूत सरकार बनेगी जो इस प्रदेश को ‘जंगल राज’ से मुक्ति दिलाएगी।’’

उन्होंने कहा कि जब तक बिहार में जदयू और भाजपा की सरकार थी यह प्रदेश विकास के रास्ते पर था, यहां कानून-व्यवस्था की स्थिति ठीक थी और जंगल राज नहीं था लेकिन जैसे ही जदयू की सरकार से भाजपा ने अपने को अलग किया, यह राज्य फिर पुराने रास्ते पर चल पड़ा। तमाम विकास कार्य रूके पड़े हैं।

अमित शाह ने आरोप लगाया कि बिहार में कानून व्यवस्था की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है और लोगों को फिर से जंगल राज का आभास हो रहा है। इससे साबित होता है कि भाजपा के कारण ही बिहार विकास से रास्ते पर चला था और लोगों को सुशासन का अनुभव हुआ था।

उन्होंने कहा कि ‘‘हम जनता को विश्वास दिलाना चाहते हैं कि हम अच्छी सरकार एवं सुशासन देंगे। वे भाजपा पर भरोसा करें कि उसकी सरकार इस प्रदेश को देश के प्रमुख राज्यों की सूची में शामिल कराने में सफल होगी।’’ जनता परिवार के विलय को लेकर पूछे गए एक प्रश्न पर शाह ने कहा कि जहां तक जनता परिवार के एक होने का प्रश्न है तो भाजपा इससे कतई चिंतित नहीं है क्योंकि जनता परिवार में से जनता निकल गयी है और सिर्फ परिवार बच गया है तथा वह चुनाव में कुछ नहीं कर पाएगा।

उन्होंने कहा कि राजद प्रमुख लालू प्रसाद और जदयू के वरिष्ठ नेता नीतीश कुमार पूरा जीवन कांग्रेस के खिलाफ राजनीति करते रहे, नीतीश ने 17 साल तक लालू के खिलाफ राजनीति की और अब वे एक होकर चुनाव लड़ना चाहते हैं जो कि एक अनैतिक गठबंधन है।

यह पूछे जाने पर कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर या फिर प्रदेश में पार्टी के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी को आगे कर भाजपा आने वाला बिहार विधानसभा चुनाव लड़ेगी, शाह ने कहा कि मुख्यमंत्री का उम्मीदवार कौन होगा, इस बारे में भाजपा संसदीय बोर्ड निर्णय करेगा। अभी इसको लेकर कोई बात नहीं हुई है। हम मुख्यमंत्री के उम्मीदवार के तौर पर किसी को प्रोजेक्ट करेंगे या नहीं या फिर करेंगे तो किसको करेंगे इस बारे में कुछ भी तय नहीं हुआ है।

 

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