शोपियां मामले पर सेना के पक्ष पर भी गौर किया जाएगा : जम्मू-कश्मीर DGP
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शोपियां मामले पर सेना के पक्ष पर भी गौर किया जाएगा : जम्मू-कश्मीर DGP

जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में शनिवार को पथराव कर रही भीड़ पर सेना के जवानों ने गोली चला दी थी जिसमें दो नागरिकों की मौत हो गई थी. मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने मामले की जांच के आदेश दिए.

 डीजीपी एसपी वैद ने कहा, 'हम सभी तथ्यों और मामले के जमीनी सबूतों को देखेंगे और सेना से पूछताछ की जाएगी.' (फाइल फोटो साभार : @JmuKmrPolice)

जम्मू: जम्मू-कश्मीर के पुलिस प्रमुख एसपी वैद ने सोमवार को कहा कि शोपियां घटना की प्राथमिकी दर्ज करना जांच की शुरुआत है और इस मामले में सेना के पक्ष पर भी गौर किया जाएगा. जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में शनिवार को पथराव कर रही भीड़ पर सेना के जवानों ने गोली चला दी थी जिसमें दो नागरिकों की मौत हो गई थी. मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने मामले की जांच के आदेश दिए. पुलिस ने रणबीर दंड संहिता की धारा 302 और 307 के तहत सेना की 10, गढ़वाल इकाई के जवानों के खिलाफ कल प्राथमिकी दर्ज की थी. 

'हम सभी तथ्यों पर गौर करेंगे'
पुलिस मुख्यालय में डीजीपी ने कहा कि घटना किन हालात में हुई वह जांच का विषय है. जब यह पूछा गया कि क्या सेना का पक्ष भी जांच में शामिल होगा, इस पर उन्होंने कहा, 'सेना का पक्ष, प्रत्यक्षदर्शियों के बयान और अपने लोगों को खोने वाले लोगों के बयान भी इसमें शामिल होंगे.' वैद ने कहा, 'हम सभी तथ्यों और मामले के जमीनी सबूतों को देखेंगे और सेना से पूछताछ की जाएगी.' 

पुलिस के मुताबिक, शनिवार को, भीड़ ने शोपियां के गानोवपुरा गांव से गुजर रहे सुरक्षा बलों के काफिले पर पथराव कर दिया था, जिसके बाद सेना के कर्मियों ने कुछ गोलियां चलाई थीं. एक रक्षा प्रवक्ता ने कहा कि भीड़ ने जब जूनियर कमीशंड अधिकारी को पीटने और उसकी राइफल छीनने की कोशिश की तब सैनिकों ने गोली चलाई.

'प्राथमिकी से जांच प्रक्रिया शुरू हो गई'
सवाल किया गया कि क्या पुलिस ने सेना को हतोत्साहित करने के लिए राज्य सरकार के निर्देश पर प्राथमिकी दर्ज की है तो डीजीपी ने कहा, 'प्राथमिकी से जांच प्रक्रिया शुरू हो गई. किसी अधिकारी को नामजद नहीं किया गया है. प्राथमिकी में एक विशेष व्यक्ति की अगुवाई वाली सेना की इकाई का नाम है.' 

सवाल किया गया कि क्या पहली बार पथराव करने वालों के लिए माफी योजना ने अन्य को पथराव के लिए उकसाया है जैसा शोपियां में देखा गया तो वैद ने कहा कि माफी योजना पर फैसला उच्चतर स्तर पर हुआ है. उन्होंने कहा, 'यह पहली बार पथराव करने वालों और उनके लिए है जिन के खिलाफ कोई संगीन या जघन्य आपराधिक मामले दर्ज नहीं है. आपको इन बच्चों का करियर अवरूद्ध नहीं करना चाहिए, लेकिन जहां तक शोपियां में पत्थर फेंकने का संबंध है तो इसे सही नहीं ठहराया जा सकता है.’’ 

पिछले साल श्रीनगर में डीएसपी अयूब पंडित की पीट-पीट कर हत्या किए जाने के मामले पर पुलिस प्रमुख ने कहा, ‘‘ हमने मामले की तहकीकात की और एसआईटी की शिनाख्त के बाद इसमें शामिल सभी को गिरफ्तार कर लिया गया है और अदालत में आरोप पत्र दायर किया गया है.’’

 

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