प्रीति ने कहा उनके बयान का जो वीडिया सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है वह गलत है. वह घटनास्थल पर सिर्फ लोगों का हाल जानने के लिए गई थी.
Trending Photos
नई दिल्लीः शनिवार को बवाना स्थित फैक्ट्री में लगी आग ने 17 जिंदगियों को मौत की नींद सुला दिया. एक पटाखा फैक्ट्री में लगी आग के बाद हादसे का जायजा लेने पहुंची नॉर्थ दिल्ली की एमसीडी की मेयर प्रीति अग्रवाल ने मीडिया को दिए गए बयान पर सफाई दी है. प्रीति ने कहा उनके बयान का जो वीडिया सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है वह गलत है. वह घटनास्थल पर सिर्फ लोगों का हाल जानने के लिए गई थी. प्रीति ने कहा, 'मेरा मतलब था कि हमें इस समय इस तरह के दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बारे में कुछ नहीं कहना चाहिए'.
सीएम केजरीवाल पर साधा निशाना
प्रीति ने कहा कि जिस क्षेत्र में आग लगी है वह औद्योगिक क्षेत्र डीएसआईडीसी के अंतर्गत आता है और वहां पर भूमि आवंटन दिल्ली सरकार द्वारा किया गया है. उन्होंने कहा कि उन्हें कम से कम यह देखना चाहिए कि वहां क्या काम किया जा रहा है. केजरीवाल द्वारा उनके वीडियो को ट्विटर पर शेयर करने पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा, 'यह एक निंदनीय काम है और मुझे उम्मीद है कि अरविंद केजरीवाल इसके लिए मुझसे मांफी मांगेगे'.
A video of me is being made viral on social media & has been re tweeted by CM as well. I only made some inquiry about the place from my co-workers & I meant we shouldn't say anything about such unfortunate incident at this time: North #Delhi Mayor Preeti Aggarwal #BawanaFire pic.twitter.com/wVMz4PlBcY
— ANI (@ANI) January 21, 2018
यह भी पढ़ें: बवाना फैक्ट्री अग्निकांड : शवों की हालत देख डॉक्टरों की भी निकली चीख
his industrial area is under DSIDC & land allotment has been done by Delhi government. They should at least see what work is being done there. Is making a fake video viral & confusing public is fair? It's condemnable & I expect Arvind Kejriwal Ji to apologise: Preeti Aggarwal pic.twitter.com/IYhcNsr9Nu
— ANI (@ANI) January 21, 2018
यह भी पढ़ें: बवाना अग्निकांड : कैमरा चालू था और नॉर्थ MCD की मेयर ने खोल दी अपने ही महकमे की पोल
कैमरे में कैद हुई थी मेयर की बातें
दरअसल, इस हादसे के बाद नॉर्थ दिल्ली एमसीडी की मेयर और भाजपा नेता प्रीति अग्रवाल मौके पर पहुंची थीं. वे हादसे के संबंध में न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत करने वाली थीं. इससे पहले ही वे अपने साथ मौजूद नेताओं से धीमी आवाज से कहने लगीं 'इस फैक्ट्री की लाइसेंसिंग हमारे पास है, इसलिए हम कुछ नहीं बोल सकते'. उन्हें लग रहा था कि कैमरा शायद बंद है, लेकिन उनकी यह बात कैमरे में कैद हो गई. प्रीति का यह वीडिया सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होने लगा था. कई लोगों ने इसके लिए प्रीति की निंदा भी की.
मनोज तिवारी ने किया प्रीति अग्रवाल का बचाव
प्रीति अग्रवाल का वीडियो सामने आने के बाद बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने उनका बचाव किया. मनोज तिवारी ने कहा कि 'प्रीति अग्रवाल ने केवल इतना ही पूछा कि फैक्ट्री किसके अंदर आती है. यह बस खुसफुसाहट थी. वीडियो में बस 'ये फैक्ट्री' ही साफ सुना जा रहा है. लोग इस वक्त में बस बीजेपी पर दोष मढ़ने के लिए फर्जी वीडियो को फैला रहे हैं. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी इस वीडियो को रिट्वीट किया है. उन्हें इतनी निचली स्तर की राजनीति के लिए माफी मांगनी चाहिए.'