पीएम बनने की महात्वाकांक्षा में नीतीश ने भाजपा के साथ विश्वासघात किया: शाह
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पीएम बनने की महात्वाकांक्षा में नीतीश ने भाजपा के साथ विश्वासघात किया: शाह

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने सोमवार को आरोप लगाया कि जदयू के प्रदेश में सत्ता में होने के बावजूद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री बनने की महत्वाकांक्षा में दो साल पूर्व गठबंधन तोडकर भाजपा के साथ विश्वासघात किया।

पीएम बनने की महात्वाकांक्षा में नीतीश ने भाजपा के साथ विश्वासघात किया:  शाह

सुपौल : भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने सोमवार को आरोप लगाया कि जदयू के प्रदेश में सत्ता में होने के बावजूद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री बनने की महत्वाकांक्षा में दो साल पूर्व गठबंधन तोडकर भाजपा के साथ विश्वासघात किया।

बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सुपौल में भाजपा कार्यकर्ताओं के सम्मेलन को संबोधित करते हुए शाह ने कहा ‘नीतीश कुमार जी विकास करने के लिए भाजपा ने आपका समर्थन किया था। लालू प्रसाद जी का जो ‘जंगलराज’ था जिसमें आए दिन हत्या, अपहरण और बलात्कार होता रहता था तथा कानून व्यवस्था बिगड गयी थी और प्रदेश में विकास कार्य ठप था। जब लगा कि लालू जी को सत्ता से हटा नहीं सकती तो उस जंगलराज के खिलाफ भाजपा ने आपको समर्थन दिया और आपको मुख्यमंत्री बनाया तथा बिहार में परिवर्तन करने के लिए इस प्रदेश की जनता ने जदयू और भाजपा को एक मौका दिया था। मगर आपने 2013 में प्रधानमंत्री बनने की अपनी महात्वाकांक्षा में गठबंधन तोड लिया।’ उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री बना देते पर उनकी पार्टी केवल एक राज्य बिहार में सत्ता में थी जो ऐसे में कैसे संभव था।

शाह ने नीतीश कुमार की प्रधानमंत्री बनने की महात्वाकांक्षा को ‘मुंगेरी लाल के हसीन सपने’ की संज्ञा देते हुए कहा कि गठबंधन तोडने के बाद नीतीश ने मुख्यमंत्री बनने के लिए जिनका (लालू प्रसाद) पिछले बीस साल से विरोध करते आ रहे थे उनके कंधे पर बैठकर इस प्रदेश की जनता के पीठ में छूडा भोंकने का काम किया है।

शाह ने कहा कि नीतीश जी आप यह नहीं समझिए कि यह विश्वासघात भाजपा के साथ किया है बल्कि यह बिहार की जनता के साथ किया है।