भारत बंद में कुछ ऐसा रहा बिहार का हाल, आगजनी-तोड़फोड़ और जमकर हुआ विरोध प्रदर्शन
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भारत बंद में कुछ ऐसा रहा बिहार का हाल, आगजनी-तोड़फोड़ और जमकर हुआ विरोध प्रदर्शन

 बंद के दौरान बंद समर्थकों ने कई स्थानों पर रेल और सड़क मार्ग बाधित कर प्रदर्शन किया और जमकर उत्पात मचाया. बंद समर्थकों ने कई वाहनों के शीशे तोड़ दिए और कई को पूरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया गया. 

कांग्रेस व अन्य विपक्षी दलों द्वारा सोमवार को बुलाए गए भारत बंद से बिहार में आवागमन बुरी तरह प्रभावित हुआ.

पटना: ईंधन के मूल्यों में बेतहाशा वृद्धि के खिलाफ कांग्रेस व अन्य विपक्षी दलों द्वारा सोमवार को बुलाए गए भारत बंद से बिहार में आवागमन बुरी तरह प्रभावित हुआ. बंद के दौरान बंद समर्थकों ने कई स्थानों पर रेल और सड़क मार्ग बाधित कर प्रदर्शन किया और जमकर उत्पात मचाया. बंद समर्थकों ने कई वाहनों के शीशे तोड़ दिए और कई को पूरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया गया. बंद के कारण सही वक्त पर अस्पताल नहीं पहुंच पाने के कारण एक मासूम की जान चली गई. 

राज्य के पटना, गया, भोजपुर, दरभंगा, मधुबनी, सहरसा, मधेपुरा सहित विभिन्न इलाकों में बंद समर्थक सड़क पर उतरे और मूल्य वृद्धि को लेकर केंद्र सरकार के विरोध में नारे लगाए. बंद के आयोजन में कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल (राजद), जन अधिकार पार्टी, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा सहित कई अन्य विपक्ष की पार्टियां शामिल रहीं. 

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पुलिस के अनुसार, राज्य के विभिन्न हिस्सों में एक दिवसीय भारत बंद के दौरान प्रदर्शनकारी सुबह से ही सड़कों पर उतर आए और सड़क जाम कर दी. सड़कों पर प्रदर्शनकारियों ने टायर जलाए तथा केंद्र सरकार के विरोध में जमकर नारे लगाए. कई स्थानों पर रेल की पटरियों को भी बाधित किया. 

पटना के राजेंद्रनगर टर्मिनल पर सांसद पप्पू यादव के नेतृत्व में जन अधिकार पार्टी के कार्यकर्ता पहुंचे और रेल पटरी को जाम कर दिया. इसके बाद सड़कों पर निकले कार्यकर्ताओं ने कई वाहनों के शीशे तोड़ दिए और कई को पूरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया. कई क्षेत्रों में यात्रियों के साथ भी बदसलूकी किए जाने की खबर मिली. 

बेगूसराय व आरा में भी बंद समर्थकों ने रेलमार्गो को अवरुद्ध किया. बांका जिले में राजद कार्यकर्ताओं ने बांका इंटरसिटी ट्रेन को रोक दिया और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. बक्सर, रोहतास, मुजफ्फरपुर, खगड़िया जिले में बंद समर्थकों ने सड़कें जाम कर दी. वहीं, सीवान, बेगूसराय में भी वामपंथी दलों के कार्यकर्ता सड़कों पर उतरे.

नालंदा, भोजपुर, गया, सारण जिले में भी बंद समर्थकों ने सड़कों पर प्रदर्शन किया. बंद को लेकर पटना सहित राज्य के कई जिलों में कई स्कूलों में छुट्टी की घोषणा कर दी गई है. पटना में भी बंद समर्थक सड़कों पर उतरे और अन्य क्षेत्रों में बंद के लिए रैली निकली. बंद के दौरान जहानाबाद जिले में वाहन न मिलने के कारण एक मासूम की जान चली गई. पुलिस ने बताया कि जिले के वालाविगहा गांव निवासी प्रमोद मांझी की दो वर्षीय पुत्री गौरी कुमारी की सोमवार को इलाज के अभाव में जहानाबाद में मौत हो गई. 

जहानाबाद के अनुमंडल पदाधिकारी (एसडीओ) पारितोष कुमार ने इस मामले पर कोई सीधा जवाब नहीं दिया. उन्होंने हालांकि इतना जरूर कहा कि बच्ची को समय पर इलाज नहीं मिला. पीड़ित बच्ची के परिवार इलाज के लिए घर से ही देर से चले थे. 

पटना में बंद को लेकर सड़क पर उतरे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कौकब कादरी ने बंद को पूरी तरह सफल बताते हुए कहा कि इसमें आम लोगों का सहयोग मिला. राजद के नेता तेजस्वी यादव भी बंद को सफल बनाने के लिए सड़कों पर उतरे. उन्होंने कहा कि पेट्रोल और डीजल के मूल्यों में वृद्धि होने से आम लोग परेशान हैं. देश में महंगाई काफी बढ़ गई है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए हैं. 

वहीं, सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी और जद (यू) ने अपना फर्ज निभाते हुए बंद को पूरी तरह फ्लॉप बताया. प्रदेश जद (यू) अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि विपक्ष के पास न नेतृत्व है न मुद्दा है. उन्होंने कहा कि हताशा के कारण बंदी बुलाई गई है. महंगाई नहीं है, झूठ बोला जा रहा है, आम लोगों को कोई परेशानी नहीं है.

नवादा से भाजपा सांसद व केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बंद को चुनावी तैयारी बताते हुए कहा कि बंद के दौरान दहशत फैलाई गई. बंद में जनता परेशान होती रही. भारत बंद को लेकर राज्य में पुलिस और प्रशासन अलर्ट रही. कई स्थानों पर अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती की गई. (इनपुट IANS से भी)