नीतीश का पीएम मोदी पर पलटवार, कहा-एक बिहारी सब पर भारी
Advertisement

नीतीश का पीएम मोदी पर पलटवार, कहा-एक बिहारी सब पर भारी

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को बिना समय गंवाए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हर वार पर पलटवार किया और कहा कि इस प्रदेश के विकास के लिए मोदी ने जो वादे किए थे, उन्हें पूरा नहीं किया। उन्होंने उनके ‘डीएनए’ में खराबी बताने पर भी उनकी आलोचना की।

नीतीश का पीएम मोदी पर पलटवार, कहा-एक बिहारी सब पर भारी

पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को बिना समय गंवाए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हर वार पर पलटवार किया और कहा कि इस प्रदेश के विकास के लिए मोदी ने जो वादे किए थे, उन्हें पूरा नहीं किया। उन्होंने उनके ‘डीएनए’ में खराबी बताने पर भी उनकी आलोचना की।

पटना हवाई अड्डे पर प्रधानमंत्री को विदा करने के बाद अपने आवास दस सर्कुलर मार्ग पर पत्रकारों को संबोधित करते हुए नीतीश ने प्रधानमंत्री के 13वें वित्त आयोग की अनुशंसा की तुलना में 14वें वित्त आयोग की अनुशंसा के तहत बिहार को अधिक धनराशि मिलने के बयान के साथ ही बिहार में बिजली की स्थिति को लेकर दिए गए बयान को भी गलत बताया।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की यात्रा को लेकर भाजपा की ओर से जो प्रचार किया गया था, उनकी यात्रा के बाद बिहार की जनता को घोर निराशा हाथ लगी है।

नीतीश ने प्रधानमंत्री के इस कथन कि 13वें वित्त आयोग की अनुशंसा के अनुसार बिहार को मिले करीब 1.5 लाख करोड़ रुपये की तुलना में 14वें वित्त आयोग की अनुशंसा के अनुसार करीब 3.75 लाख करोड़ रुपए मिलेंगे, का खंडन करते हुए कहा कि 13वें वित्त आयोग की अनुशंसा के अनुसार कर बंटवारे की राशि 1455430 करोड़ थी, जिसमें बिहार का हिस्सा 158385 करोड़ रुपए था, जो कि करीब 10.88 प्रतिशत था। यद्यपि 14वें वित्त आयोग की अनुशंसा के अनुसार कर बंटवारे की राशि 3948187 करोड़ रुपए होने के बावजूद बिहार का हिस्सा 383853 करोड़ रुपए ही है, जो घटकर 9.72 प्रतिशत हो गया।

उन्होंने कहा कि कर बंटवारे की राशि के 1455430 करोड़ रुपए बढ़कर 3948187 करोड रूपये हो जाने पर भी बिहार की राशि में वृद्धि नहीं की गयी जिसके कारण इस राज्य को 45802.56 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस टिप्पणी पर कि वह बिहार को पिछले लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान किये गए 50 हजार करोड़ रुपए का विशेष पैकेज देने के अपने वादे से अधिक देंगे और वह संसद के चल रहे वर्तमान सत्र के कारण इसको लेकर आज घोषणा नहीं कर रहे हैं, पर कुमार ने उस समय दिये उनके भाषण के अंश को दोबारा सुनाते हुए कहा कि ऐसा उन्होंने कहा ही नहीं था, बल्कि उन्होंने वादा किया था कि उनकी सरकार बिहार को विशेष दर्जा, विशेष पैकेज और विशेष ध्यान देगी लेकिन वह इसबारे में कुछ भी नहीं बोले। उन्होंने कहा कि संसद ऐसी घोषणाएं करने से नहीं रोकती लेकिन मोदी ने संसद के सत्र का बहाना बनाकर घोषणा नहीं की।

मोदी की कुमार के डीएनए में कुछ खराबी होने वाली टिप्पणी पर कुमार ने कहा कि हम उन्हें बता देना चाहते हैं कि बिहारियों के डीएनए का अध्ययन उन्होंने ठीक से नहीं किया है। बिहारियों का डीएनए इतना मजबूत है कि आप देख लीजिएगा एक-एक बिहारी सब पर भारी पड़ेगा।

उन्होंने कहा कि भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी ने बिहार के लोगों के डीएनए में जातीयता होने का आरोप लगाया था और अब वह (मोदी) हमारे डीएनए के बारे में बोले हैं। यह बिहार और बिहार वासियों को अपमानित करने वाली बात है।

मोदी के बिहार की जनता से उन्हें सेवा करने का मौका देने की अपील पर नीतीश ने कहा कि इस राज्य की जनता ने उन्हें देश का प्रधानमंत्री बनाकर सेवा का मौका दे दिया। अब क्या बिहार के मुख्यमंत्री पद के अतिरिक्त प्रभार की मांग कर रहे हैं और यदि ऐसा प्रावधान होता तो गुजरात के मुख्यमंत्री का अतिरिक्त प्रभार ग्रहण कर लेते।

प्रधानमंत्री के उस बयान कि बिहार के नेता महत्वपूर्ण मंत्रालयों को संभाल रहे हैं, नीतीश कुमार ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल के दौरान रक्षा, विदेश, रेल और वन एवं पर्यावरण विभाग बिहार के नेताओं के पास थे।