फर्जी चेक बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश, क्लोन चेक से 95 हजार की निकासी
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फर्जी चेक बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश, क्लोन चेक से 95 हजार की निकासी

देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का फर्जी चेक बनाने का मामला सामने आया है. एक ऐसा गिरोह जो एसबीआई बैंक के फर्जी चेक से पैसे निकासी करता था. लेकिन पुलिस ने अब इस गिरोह का पर्दाफाश कर दिया है.

क्लोन चेक से अवैध निकासी करने वाले गिरोह को पकड़ा गया है. (फोटोः प्रतिकात्मक)

धनबादः देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का फर्जी चेक बनाने का मामला सामने आया है. एक ऐसा गिरोह जो एसबीआई बैंक के फर्जी चेक से पैसे निकासी करता था. लेकिन पुलिस ने अब इस गिरोह का पर्दाफाश कर दिया है. यह गिरोह चेक का क्लोन तैयार कर फर्जी चेक बनाने का काम करता था. पुलिस ने फर्जी चेक बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. इस गिरोह के सभी सदस्य काफी शातिर है. छापेमारी कर पुलिस ने तीन को गिरफ्तार किया है और इनके पास से फर्जी चेक बनाने वाले कई सामान बरामद हुए हैं. यह शातिर बदमाश तैयारी के साथ चेक का क्लोन बनाने का काम करते थे. चेक इतनी बारीकी से बनाते थे कि इसे बैंक के अधिकारी भी देखकर धोखा खा जाते थे.

  1. फर्जी चेक बनानेवाले गिरोह का पर्दाफाश किया गया
  2. गिरोह के तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है
  3. फर्जी चेक बनाकर बैंक से निकासी करते थे

दरअसल, फर्जी चेक से निकासी के बाद थाने में कई मामले दर्ज कराये गए थे. जिसके बाद पुलिस के भी कान खड़े हो गए. पुलिस ने इस बारे में जांच शुरू की और इस बीच एक और मामला आया. जिसमें बैंक से फर्जी चेक के द्वारा 95 हजार निकासी की गई. अब शातिर बदमाश एक और घटना को अंजाम देने के फिराक में थे. लेकिन पुलिस पहले ही सक्रिय थी.

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पुलिस ने इस मामले में गिरोह के तीन लोग विनोद दास ,प्रेम प्रसून तथा सचिन ठाकुर को गिरफ्तार किया है. बताया जाता है कि चेक बनाने का काम सचिन करता था. और चेक पर फर्जी साइन करने का काम विनोद करता था. वहीं, इन सब कामों में प्रेम प्रसून सब की मदद करता था.

चेक क्लोन तैयार करने के बाद यह लोग किसी व्यक्ति की तलाश करते थे जिनके खाते में अच्छी खासी रकम होती थी. और उस व्यक्ति का हस्ताक्षर किया हुआ मल्टी सिटी चेक के फोटो कॉपी से फोटोशॉप के द्वारा फर्जी चेक बनाते थे. जिसमें काफी बारीकी से अकाउंट डिटेल मिटाया जाता था. और चेक पर किए गए हस्ताक्षर की प्रैक्टिस करके उस पर फर्जी साइन किया जाता था. और चेक तैयार होने के बाद बैंक के ड्रॉप बॉक्स में डाल दिया जाता था.

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पुलिस इस मामले की गहनता से जांच कर रही है. क्यों कि इसमें कई और लोगों के शामिल होने की आशंका है. पुलिस का संदेह है कि इस मामले में बैंक के लोग भी शामिल हो सकते हैं.

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