तलाक मामला : तेजप्रताप यादव की अर्जी पर पहली सुनवाई आज, कोर्ट पहुंचेंगे लालू के 'लाल'?
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तलाक मामला : तेजप्रताप यादव की अर्जी पर पहली सुनवाई आज, कोर्ट पहुंचेंगे लालू के 'लाल'?

तेजप्रताप यादव ने एक नवंबर को पटना के फैमिली कोर्ट में अपनी पत्नी पर प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए तलाक की अर्जी दायर की थी. 

तेजप्रताप यादव ने कोर्ट में दी थी तलाक की अर्जी. (फाइल फोटो - IANS)

पटना : लालू परिवार में इन दिनों सबकुछ ठीक है, यह कहना मुश्किल है. घर के सबसे बड़े बेटे तेजप्रताप यादव ने हाल ही में फैमिली कोर्ट में अपनी पत्नी ऐश्‍वर्या राय से तलाक की अर्जी दायर की थी, जिस पर आज पहली सुनवाई है.

राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव इसी वर्ष विवाह के बंधन में बंधे थे. उनकी शादी बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री दरोगा प्रसाद राय की पोती और पूर्व मंत्री चंद्रिका राय की बेटी एश्वर्या राय से हुई थी.

तेजप्रताप यादव ने एक नवंबर को पटना के फैमिली कोर्ट में अपनी पत्नी पर प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए तलाक की अर्जी दायर की थी. आज (29 नवंबर) को मामले में पहली सुनवाई है. कयास लगाए जा रहे हैं कि सुनवाई के दौरान तेजप्रताप भी कोर्ट में मौजूद रहेंगे.

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बीते दिनों तेजप्रताप यादव को वृंदावन में देखा गया था. (फाइल फोटो- IANS)

तलाक की अर्जी दायर करने के बाद तेजप्रताप यादव लगातार बिहार से बाहर हैं. उन्होंने कहा था कि जबतक परिवार के लोग उनकी बात नहीं मान लेते और उनके इस फैसले का समर्थन नहीं करते, तबतक वह घर नहीं लौटेंगे. सूत्रों से मिला जानकारी के मुताबिक, वकील के जरिए एश्वर्या राय का परिवार कोर्ट में अपनी उपस्थिति दर्ज करा सकता है. फिलहाल इस पूरे मामले पर दोनों ही पक्ष से कोई भी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है.

हाल ही में तेजप्रताप ने एक दोहा ट्वीट करते हुए लिखा, '...टूटे से फिर ना जुटे, जुटे गांठ परि जाये.' दोहे से तो यही प्रतीत हो रहा है कि सबकुछ ठीक नहीं है. अगर दोहे के भावार्थ निकालें तो लगता है तेजप्रताप यही कहना चाह रहे हैं कि अगर उनका रिश्ता ऐश्वर्या राय के साथ रहता भी है तो उसमे गांठ रहेगी. ट्विटर पर सदैव सक्रिय रहने वाले तेजप्रताप ने दस दिनों के बाद यह ट्वीट किया, जिससे यही लगता है कि लालू परिवार में अभी भी सबकुछ ठीक नहीं हो पाया है.

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तस्वीर- PTI

'हमारे मतभेद में अब समझौते की कोई गुंजाइश नहीं है' 
तेजप्रताप यादव ने कहा था, 'हमारे मतभेद में अब समझौते की कोई गुंजाइश नहीं है. मैंने अपने माता पिता को विवाह संपन्न होने से पहले इस बारे में अवगत करवा दिया था. लेकिन उस वक्त मेरी किसी ने नहीं सुनी और अब भी मेरी कोई नहीं सुन रहा है. जब तक वे मुझसे सहमत नहीं होते हैं तब तक मैं घर कैसे वापस आ सकता हूं.' बिहार सरकार में मंत्री रह चुके तेजप्रताप ने उनके वैवाहिक विवाद में नजदीकी संबंधियों, खास कर ससुराल के लोगों द्वारा अदा की गई भूमिका पर भी नाराजगी जाहिर की थी.