पटना में शुरू हुई पांच दिवसीय साइबर क्राइम इन्वेस्टिगेशन ट्रेनिंग प्रोग्राम
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पटना में शुरू हुई पांच दिवसीय साइबर क्राइम इन्वेस्टिगेशन ट्रेनिंग प्रोग्राम

एडीजी ईओयू जीएस गंगवार ने सोमवार को पटना में पांच दिवसीय साइबर क्राइम इन्वेस्टिगेशन ट्रेनिंग प्रोग्राम की शुरुआत की.

साइबर क्राइम इन्वेस्टिगेशन ट्रेनिंग प्रोग्राम

आशुतोष चंद्रा/पटनाः बिहार में नए साल का आगाज एक लाख साइबर सेनानियों के साथ बिहार पुलिस करने जा रही है. इस बात की घोषणा एडीजी ईओयू जीएस गंगवार ने की है. सोमवार को पटना में पांच दिवसीय साइबर क्राइम इन्वेस्टिगेशन ट्रेनिंग प्रोग्राम की शुरुआत हुई. ट्रेनिंग प्रोग्राम में डीजी होमगार्ड सुनिल कुमार भी मौजूद थे. पुलिस मुख्यालय ने नये साल का आगाज एन्टि साइबर क्राईम मुहीम के साथ शुरु करने का संकल्प लिया है. जिसके लिए सभी जिलों के एसएचओ को प्रशिक्षित किया जा रहा है. हाल ही में राजगीर में खुले पुलिस ट्रेनिंग सेटंर में भी साईबर क्राईम इन्वेस्टिगेशन ट्रेनिंग की शुरुआत करने की तैयारी शुरु कर दी है.  

नये साल के आगाज में अब कुछ ही दिन शेष बचे हैं. बिहार पुलिस मुख्यालय भी अपने लिए प्रायरिटी तय करने में जुट गया है. इसी प्रायरिटी में एन्टि साइबर क्राईम मुहीम को तेज करना है. ईओयू की तरफ से लगातार पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षित भी किया जा रहा है. सोमवार को पटना में पांच दिवसीय साइबर क्राईम इन्वेस्टिगेशन ट्रेनिंग प्रोग्राम की शुरुआत की गयी. ट्रेनिंग प्रोग्राम में सभी जिलों के 40 एसएचओ को ट्रेनिंग दिया जा रहा है. ये पांचवां बैच है जिसे प्रशिक्षित किया जा रहा है. ट्रेनिंग शेसन की शुरुआत डीजी होमगार्ड सुनिल कुमार और एडीजी ईओयू जीएस गंगवार ने की.  

कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए एडीजी ईओयू जी एस गंगवार ने कहा कि ट्रेनिंग के दौरान एसएचओ को ईमेल फ्रॉड, बैंक फ्रॉड , एटीएम फ्रॉड , सोशल मीडिया क्राइम, आनलाईन थ्रेट टेरोरिज्म जैसे विषयों की ट्रेनिंग दी जाएगी.जीएस गंगवार ने कहा कि बिहार में फिलहाल 2 करोड स्मार्ट फोन हैं. जो एकतरह से मिनी कंप्यूटर हैं. जिनपर निगरानी रखने की जरुरत है. 

एडीजी ईओयू ने कहा कि हर थानाध्यक्ष को 30 दिसंबर तक अपने क्षेत्र के 250 लोगों का एक वाट्सएप्प ग्रुप हर हाल में तैयार करना होगा. जो साइबर सेनानी के रुप में काम करेगें. कुल मिलाकर डेढ लाख लोगों को साइबर सेनानी ग्रुप में जोडा जाना है. जनवरी 2019 से हर जिले में 10 पुलिसकर्मियों का साइबर सेल काम करना शुरु कर देगा. एक जनवरी 2019 से हर दिन सभी थानाध्यक्षों को मुख्यालय से साईबर क्राईम प्रिवेंशन से जुडे एक मैसेज और वीडियो भेजे जाएंगे. जिन्हें सर्कुलेट करना होगा. 

इधर कार्यक्रम में मौजूद डीजी होम गार्ड सुनिल कुमार ने कहा कि उनकी कोशिश होगी कि राजगीर में खुले नये पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में भी साइबर क्राईम प्रशिक्षण सेंटर को खोला जाय. सुनिल कुमार ने कहा कि प्रशिक्षण लेनेवाले सभी एसएचओ स्कूल और कॉलेजों में साइबर क्राईम से जुडी जानकारी शेयर करें. ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को जागरुक किया जा सके.   डीजी होमगार्ड ने कहा कि साइबर क्राईम से जुडे अपराध में बहुत कम मामले ट्रायल तक पहुंच पाते हैं. जो गंभीर मसला है. 

साईबर क्राईम इन्वेस्टिगेशन में 11 सौ थानाध्यक्षों को दिया जाएगा प्रशिक्षण. 100 महिला थानाध्यक्ष, जजेज, प्रोसेक्यूटर के अलावा 700 पुलिसकर्मियों को भी प्रशिक्षण दिये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. 

उम्मीद की जा रही है कि नया साल साइबर क्राइम को लेकर बिहार पुलिस के लिए नयी उपलब्धियों को लेकर आएगा.