अपने बयानों को लेकर सदैव सुर्खियों में रहने वाले गिरिराज सिंह ने इस बार विपक्षी एकजुटता को निशाने पर लिया है.
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नई दिल्ली/नवादा : भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के फायरब्रांड नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने विपक्षी एकजुटता पर तंज कसा है. उन्होंने कहा कि माओवादी, जातिवादी, सामंतवादी और ओसामावादी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के खिलाफ एकजुट हो गए हैं. उन्होंने एनडीए को राष्ट्रवादी गठबंधन बताया और कहा कि 2019 में केंद्र में एनडीए की सरकार बनेगी.
अपने बयानों को लेकर सदैव सुर्खियों में रहने वाले गिरिराज सिंह ने इस बार विपक्षी एकजुटता को निशाने पर लिया है. साथ ही उन्होंने कहा कि विकास की अविरल गंगा में एनडीए की नाव नियत गति से 2019 लोकसभा चुनाव का पड़ाव पार कर लेगी.
शुभप्रभात
माओवादी,जातिवादी,सामन्तवादी और ओसामावादी सभी राष्ट्रवादी गठबंधन(NDA)के ख़िलाफ़ एकजुट हो गए हैं।लेकिन विकास की अविरल गंगा में बहते हुए NDA की नाव नियत गति से 2019 का पड़ाव अवश्य पार करेगी।
— Giriraj Singh (@girirajsinghbjp) June 4, 2018
'मोदी सरकार के खिलाफ चर्च 'फतवा' जारी करेगा तो दूसरे धर्म के लोग 'कीर्तन-पूजा' करेंगे'
इससे पहले बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने विपक्षी एकजुटता की तुलना हाफिज सईद से की थी. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा था, 'इसमें कोई नई बात नहीं है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में महागठबंधन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रोकना चाहता है. इनके अलावा भी कई लोग हैं जो यही चाहते हैं. हाफिज सईद खुलेआम पीएम मोदी का खून बहाने की बात कर रहा है.'
It’s not just the not yet formed “महागठबंधन” that desperately wants to stop India from having Modi as it’s PM in 2019 ..there are others as well..desperately trying for d same!
Hafiz Saeed openly saying that he will shed blood of Narendra Modi https://t.co/Zdw0qY8i7c via @YouTube— Sambit Patra (@sambitswaraj) June 3, 2018
इससे पहले दिल्ली के आर्कबिशप अनिल काउटो द्वारा सभी चर्च के पादरियों को एक चिट्ठी लिखी पर पलटवार करते हुए केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा था कि यदि चर्च मोदी सरकार के विरोध में 'फतवा' जारी करेगा तो अन्य धर्मों के लोगों को सोचना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि अन्य धर्म के लोगों को 'भजन-कीर्तन' करना होगा.
गिरिराज सिंह ने कहा था कि सभी क्रियाओं की प्रतिक्रिया होती है. मैं सांप्रदायिक सौहार्द को बिगड़ने वाला कोई कदम नहीं उठाऊंगा, लेकिन अगर चर्च लोगों से प्रार्थना करने के लिए कह सकता है ताकि मोदी की सरकार नहीं बने तो देश को सोचना होगा कि दूसरे धर्म के लोग भी 'कीर्तन-पूजा' करेंगे.