मुजफ्फरपुर शेल्टर होम यौन उत्पीड़न मामले पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई कल
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मुजफ्फरपुर शेल्टर होम यौन उत्पीड़न मामले पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई कल

जस्टिस मदन बी लोकुर की अध्यक्षता वाली पीठ इस मामले की सुनवाई करेगी. दरअसल, पिछली सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने बिहार के सुपौल में 35 बच्चियों से मारपीट के मामले पर चिंता जताई थी. 

 

मुजफ्फरपुर शेल्टर होम यौन उत्पीड़न मामले पर सुप्रीम कोर्ट सोमवार को सुनवाई करेगा. (फाइल फोटो)

सुमित कुमार, मुजफ्फरपुरमुजफ्फरपुर शेल्टर होम यौन उत्पीड़न मामले पर सुप्रीम कोर्ट सोमवार को सुनवाई करेगा. जस्टिस मदन बी लोकुर की अध्यक्षता वाली पीठ इस मामले की सुनवाई करेगी. दरअसल, पिछली सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने बिहार के सुपौल में 35 बच्चियों से मारपीट के मामले पर चिंता जताई थी. 

कोर्ट ने कहा था कि बच्चों के साथ आए दिन यौन उत्पीड़न की घटनाएं सामने आ रही हैं.बेटियां कहीं सुरक्षित नहीं हैं, ऐसा लगता है कि कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है.केंद्र सरकार हालात से निपटने के लिए तत्काल प्रयास करे. 

सुप्रीम कोर्ट ने मीडिया में आई खबरों का हवाला देते हुए कहा था कि जब बच्चियों ने छेड़छाड़ का विरोध किया तो लड़कों ने 35 बच्चियों से मारपीट की, यह चिंता की बात है. छह महीने की बच्ची के साथ बलात्कार करने की खबर आई है. बच्चियां सुरक्षित नहीं हैं. 

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उधर, मुजफ्फरपुर शेल्टर होम मामले की जांच कर रही सीबीआई टीम को एक बच्ची का कंकाल मिला है. महिला व बाल विकास मंत्रालय की संयुक्त सचिव ने कोर्ट को बताया था कि बाल यौन उत्पीड़न मामले को लेकर पुनर्वास, बालगृहों में सुविधाएं और बाल संरक्षण नीति पर काम चल रहा है. 

न्यायमित्र अर्पणा भट्ट ने कहा था कि स्कूल हो या शेल्टर होम, बच्चियां सुरक्षित नहीं हैं. सरकार को जल्द बाल संरक्षण नीति लागू करनी चाहिए.सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को सुझाव दिया था कि वह राष्ट्रीय स्तर पर विशेषज्ञों की एक संस्था बनाए, जो बच्चों से यौन उत्पीड़न के मामलों पर गौर करे.सरकार ने कहा था कि इस बारे में तीन हफ्ते में निर्देश लेकर कोर्ट को अवगत कराया जाएगा.कोर्ट ने बाल संरक्षण के लिए जल्द अंतरिम दिशानिर्देश जारी करने को कहा था.