जेडीयू और एलजेपी के बीच आज होगी मीटिंग, तीन सीटों की अदला-बदली पर हो सकती है चर्चा
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जेडीयू और एलजेपी के बीच आज होगी मीटिंग, तीन सीटों की अदला-बदली पर हो सकती है चर्चा

शुक्रवार शाम को जेडीयू और एलजेपी मीटिंग दिल्ली में होने वाली है. 

दिल्ली में होगी जेडीयू और एलजेपी नेताओं की मीटिंग. (फाइल फोटो)

नई दिल्ली/पटनाः मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दिल्ली में अमित शाह से मीटिंग कर वापस बिहार लौट चुके हैं. बताया जाता है कि अमित शाह से मीटिंग में सीट शेयरिंग पर बात हो चुकी है. कुछ सीटों को लेकर बात अभी भी फंसी हुई है. लेकिन यह जल्द ही तय हो जाएगा. शायद इसी मुद्दे पर जेडीयू और एलजेपी के बीच शुक्रवार को मीटिंग फिक्स की गई है.

खबर है कि शुक्रवार शाम को जेडीयू और एलजेपी मीटिंग दिल्ली में होने वाली है. इस मीटिंग में जेडीयू की ओर से प्रधान महासचिव केसी त्यागी और पार्टी में शामिल हुए चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर रहेंगे. वहीं, एलजेपी की ओर से रामविलास पासवान और चिराग पासवान मीटिंग में शामिल होंगे.

मीटिंग की खबर आने के बाद से ऐसा माना जा रहा है कि अमित साह से जेडीयू की मीटिंग के बाद की प्रक्रिया के लिए एलजेपी से मीटिंग हो रही है. हालांकि पहले ही कहा जा रहा है कि एलजेपी से सीट शेयरिंग को लेकर बात हो चुकी है और पार्टी को सम्मानजनक सीटें देने की बात साफ हो चुकी है.

वहीं, इस मीटिंग को लेकर कयास लगाया जा रहा है कि जेडीयू उम्मीदवार को लेकर एलजेपी से चर्चा करेगी. क्यों कि तीन सीट ऐसे हैं जिसपर एलजेपी के उम्मीदवार है. और कहा जा रहा है कि उन तीन सीटों पर जेडीयू अपने उम्मीदवार उतारेगी. जिसमें मुंगेर, वैशाली और खगड़िया सीट है.

आपको बता दें कि मुंगेर सीट से एलजेपी सांसद वीणा देवी पहले ही पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. क्योंकि उन्हें पहले ही डर सता रहा है कि मुंगेर सीट से उन्हें इस बार टिकट नहीं दिया जाएगा. क्योंकि मुंगेर सीट से जेडीयू उम्मीदवार ललन सिंह को टिकट देने की बात सामने आ रही है. इसलिए वीणा देवी ने कहा था कि चाहे जो हो गठबंधन रहे या न रहे वह मुंगेर सीट से चुनाव लड़ेंगी.

वीणा देवी के बागी तेवर देखकर यह साफ है कि मुंगेर सीट पर एलजेपी अपने उम्मीदवार न उतारकर यह जेडीयू को यह सीट दे देगी. लेकिन वैशाली और खगड़िया सीट पर पेंच फंस सकता है. वैशाली से रामा सिंह और खगड़िया से महबूब अली कैसर सांसद हैं. हालांकि कैसर को लेकर भी कयास लगाया जा रहा है कि इस बार एलजेपी उन्हें टिकट देने से परहेज करेगी. क्योंकि कई मौकों पर उन्होंने पार्टी के खिलाफ बयान दिया था.

वहीं, यह भी चर्चा का विषय है कि अगर एलजेपी यह तीन सीट जेडीयू के लिए छोड़ती है तो उनके खाते में कौन सी सीट आएगी.

फिलहाल यह सारी बातें जेडीयू-एलजेपी की मीटिंग के बाद ही साफ होगा कि दोनों पार्टियों के बीच किस तरह का तालमेल हुआ है. और एलजेपी सीटों की अदला-बदली के लिए तैयार होगी या नहीं.