शहीद थाना प्रभारी आशीष के CRPF जवान दोस्त ने सरकार से कही यह बड़ी बात...
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शहीद थाना प्रभारी आशीष के CRPF जवान दोस्त ने सरकार से कही यह बड़ी बात...

बिहार के खगड़िया जिले के पसराहा थाना इंचार्ज सब इंस्पेक्टर आशीष कुमार अपराधियों के साथ हुए मुठभेड़ में शहीद हो गए.

आशीष कुमार अपराधियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हो गए. (फाइल फोटो)

खगड़िया/पटनाः बिहार के खगड़िया जिले के पसराहा थाना इंचार्ज सब इंस्पेक्टर आशीष कुमार अपराधियों के साथ हुए मुठभेड़ में शहीद हो गए. इस घटना के बाद पूरे पुलिस महकमे में खलबली मची हुई है. वहीं, राजनेता अपने-अपने तरीके से बयान देकर कोई सरकार पर हमला बोल रहा है तो वहीं, सरकार अपने बचाव में शहीद आशीष और उनके परिवारवालों के साथ सात्वना दे रही है. हालांकि इस घटना ने पुलिस अधिकारियों और सरकार के लिए भी कई सवाल खड़े कर दिए हैं.

अशीष कुमार के ससुर ने भी पुलिस अधिकारियों और सीधे सरकार से सवाल किया है. वहीं, आशीष के दोस्त जो सीआरपीएफ के जवान उन्होंने सरकार से एक बड़ी बात की है. सीआरपीएफ में सब इंस्पेक्टर दोस्त राजीव रंजन आशीष के शहीद होने पर काफी मर्माहत हैं. दुखी होकर उन्होंने कहा कि उसी के बुलावे पर आज ही गांव आया था. दुर्गा पूजा गांव में धूम-धाम से होता है.

यूनिफार्म दिया है हथियार भी दे दो
आशीष कुमार के दोस्त राजीव रंजन ने सरकार से बड़ी बात कही है. उन्होंने सरकार से विनती करते हुए कहा कि बिहार में पुलिस को यूनिफार्म तो दिया है, लेकिन इसके साथ उन्हें अत्याधुनिक हथियार भी दें तो शायद ऐसा दिन देखने को नहीं मिलेगा. 

राज्य के पुलिस को अपराधियों से निपटने के लिए एक पिस्टल हाथ में देकर भेजा जाता है. जबकि अपराधियों के पास अत्याधुनिक हथियार होते हैं. अपराधी आज ऑटोमेटिक हथियारों से लैस हैं. लेकिन बिहार पुलिस के जवान एक पिस्टल लेकर उन आधुनिक हथियारों का सामना करते हैं. अगर पुलिस के पास भी अच्छे हथियार हो तो वह अपराधियों का सामना करें और हमें ऐसे दिन नहीं देखना पड़े.

इस साल आशीष गांव में करवा रहा था दुर्गा पूजा 
इस बार गांव में आशीष ही दुर्गा पूजा करवा रहा था. आशीष ने कहा था कि इस दुर्गा पूजा हमलोग मिलेंगे. लेकिन शायद भाग्य को कुछ और ही मंजूर था. मेरा दोस्त देश के लिए शहीद हुआ है. मुझे उसपर फर्क हैं.

कैंसर पीड़ित मां का है बुरा हाल
खगड़िया पसराहा थाना के अध्यक्ष आशीष कुमार का घर सहरसा जिले के बख्तियारपुर थाना अंतर्गत सरोजा गांव में है. उनके मौत की खबर के बाद पूरे गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है. कैंसर से पीड़ित उनकी मां का रो-रोकर बरा हाल है. आशीष को एक 6 साल का बेटा और 3 साल की बेटी है.

अपराधियों पर नकेल कसने की जुगत में रहते थे आशीष
आशीष 2009 बैच के सब इंस्पेक्टर हैं. उनकी पहली पोस्टिंग बेगूसराय में हुई थी. आशीष कुमार एक जाबांज पुलिस ऑफिसर थे. उन्होंने कई बड़े अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया था. 2017 में उनकी पोस्टिंग खगड़िया में हुई थी. आशीष हमेशा से अपराध और अपराधियों पर नकेल कसने की जुगत में रहते थे. 2017 में भी वह भदास गांव में सुजय सिंह गिरोह के साथ मुठभेड़ में घायल हो गए थे.

वहीं, शनिवार को कुख्यात अपराधी दिनेश मुनि जो खगड़िया में दियारा क्षेत्र में आतंक का पर्याय बना था. उसपर नकेल कसने के लिए आशीष कुमार ने मोर्चा संभाला, लेकिन अपराधियों की गोलियों ने इस बार उनके सीने को छलनी कर दिया.