निषादों का साथ मिले तो लोकसभा चुनाव से पहले आरक्षण मिलकर रहेगा : मुकेश सहनी
Advertisement

निषादों का साथ मिले तो लोकसभा चुनाव से पहले आरक्षण मिलकर रहेगा : मुकेश सहनी

मुकेश सहनी ने कहा कि कि 14 प्रतिशत वोट बैंक के साथ निषाद समाज 2019 में संभावित लोकसभा चुनाव में राज्य की राजनीति की दिशा तय करेगी.

'सन ऑफ मल्लाह' के नाम से जाने जाते हैं मुकेश सहनी. (फाइल फोटो)

भागलपुर : विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के अध्यक्ष मुकेश सहनी ने भागलपुर में शनिवार को एक रैली को संबोधित करते हुए निषाद समुदाय के लोगों से साथ देने की अपील करते हुए कहा के अगर आप लोगों का साथ मिला तो लोकसभा चुनाव से पहले आरक्षण मिलकर रहेगा. सन्हौला प्रखंड के सनोखर में आयोजित अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति (एससी/एसटी) निषाद आरक्षण रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि बिहार में निषाद समाज की 21 उपजातियां हैं, जो 44 'सरनेम' से जानी जाती हैं.

लोगों को संबोधित करते हुए मुकेश सहनी ने कहा कि कि 14 प्रतिशत वोट बैंक के साथ निषाद समाज 2019 में संभावित लोकसभा चुनाव में राज्य की राजनीति की दिशा तय करेगी.

'सन ऑफ मल्लाह' नाम से चर्चित मुकेश सहनी ने कहा, 'बिहार की राजनीति में हमारा वर्चस्व है, इसलिए हमने पार्टी का नाम भी वीआईपी रखा है. जब पश्चिम बंगाल में निषादों को आरक्षण मिल सकता है तो बिहार में क्यों नहीं?'

उन्होंने बिहार सरकार पर निषादों के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाते हुए कहा कि यहां के निषादों को हर समय बरगलाया गया है. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अब वो समय नहीं जब निषाद को केवल वोटबैंक समझा जाए. सहनी ने युवाओं के सर्वांगीण विकास पर जोर देते हुए 'खुद बदलो, समाज बदलो, बिहार बदलो' के नारा के माध्यम से समाज के युवाओं से बिहार की तरक्की के लिए आगे आने का आह्वान किया.

वीआईपी ने राज्य के 20 लोकसभा क्षेत्रों में निषाद आरक्षण रैली आयोजित करने की घोषणा की है. पहले चरण में सात दिसंबर से बिहार के पांच लोकसभा क्षेत्रों में निषाद आरक्षण रैली का आयोजन किया जा रहा है. सुपौल, बगहा, खगड़िया और भागलपुर के बाद 17 दिसंबर को अररिया में निषाद आरक्षण रैली आयोजित की गई है.

(IANS इनपुट)