कोलेबिरा उपचुनाव में नहीं दिख रही पार्टियों की दिलचस्पी, आखिर क्यों!
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कोलेबिरा उपचुनाव में नहीं दिख रही पार्टियों की दिलचस्पी, आखिर क्यों!

कोलेबिरा सीट पर हो रहे उपचुनाव को सभी दल इसे सेमीफाइनल भी मान रहे है वहीं दूसरी तरफ इस उपचुनाव को लेकर क्षेत्र में उदासी भी देखी जा रही है

कोलेबिरा सीट पर हो रहे उपचुनाव को सभी दल सेमीफाइनल भी मान रहे हैं.

कोलेबिरा: 2019 के लोकसभा और विधानसभा चुनाव से पहले कोलेबिरा उपचुनाव को तमाम राजनीतिक पार्टियां सेमीफाइनल के तौर पर मान रही है लेकिन इस चुनाव में किसी भी राजनीतिक दल के बड़े चेहरे अभी तक चुनाव प्रचार के मैदान में नजर नहीं आए हैं. 

इस उपचुनाव को लेकर क्षेत्र में उदासी भी देखी जा रही है. किसी भी दल के बड़े चेहरे अभी तक चुनाव प्रचार में मैदान में नहीं उतरे हैं. हालांकि कांग्रेस ने अपनी पूरी ताकत लगा दी है.

जी मीडिया ने कई नेताओं से इसके बारे में पूछा सभी का यही कहना हुआ कि यह ग्रामीण क्षेत्र है और इसमें हमलोगों ने डोर-टू-डोर चुनाव पर विशेष जोर दिया है. हम लोगों से सीधे मिलकर उन तक अपनी बात पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं. पहाड़ी इलाका होने से अधिक दूरी पर लोग बसे हुए हैं. इस वजह से भी चुनाव प्रचार में दिक्कत हो रही है.

वहीं, बीजेपी उम्मीदवार का कहना है कि किसी भी चेहरे के उतरने से परिणाम पर कोई असर नहीं पड़ता. मुझे प्रधानमंत्री और रघुवर दास ने उम्मीदवार बनाया है और लोगों को हम पर पूरा भरोसा है इसलिए यहां की जनता हमारे साथ है और हमें वोट देगी

कोलेबिरा विधानसभा क्षेत्र के लोगों की माने तो चुनाव प्रचार इस बार उतनी तेजी से नहीं किए जा रहे हैं. कारणों का उन्हें पता नहीं लेकिन कुछ नेता उनके पास संपर्क करने जरूर आते हैं और उनसे मिलकर वोट देने की अपील करते हैं. साथ ही लोगों का कहना है कि पहले की चुनाव में बहुत सारे नेताओं का दौरा हुआ करता था जो कि इस चुनाव प्रचार में नजर नहीं आ रहा.

हालांकि चुनाव प्रचार को लेकर तमाम उम्मीदवार सुबह से लेकर रात तक मेहनत कर रहे हैं सभी लोगों को अपने पक्ष में रिझाने की भरपूर कोशिश कर रहे हैं लेकिन 23 को आने वाले परिणाम से ही पता चलेगा कि जनता ने किसे चुना है.