यहां के लोगों की मानें तो कुछ साल पहले तक उनके लिए पक्का मकान तो दूर की बात, सड़क और पानी जैसी बुनियादी सुविधाएं भी मयस्सर नहीं थी.
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मधुबनी : प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत दीपावली के दिन बिहार के लगभग दो लाख लोगों को आवास देने के साथ ही गृहप्रवेश कराया गया. इस अभियान के तहत मधुबनी जिले की बात करें तो यहां 5500 लोगों को दीपावली के दिन पीएम आवास योजना के तहत घर सौंपा गया, जिनमें पंडौल की रुकसाना खातून भी शामिल हैं.
मधुबनी के पण्डौल प्रखण्ड अंतर्गत सकरी पश्चिमी पंचायत के कसाब टोला की रहने वाली रुकसाना के पास अब अपना पक्का मकान है. वह नए मकान में बच्चों के साथ रह रही हैं. रुकसाना को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत दीपावली के दिन गृहप्रवेश कराया गया. रुकसाना बताती हैं कि पहले उनके पास घर नहीं था. बारिश के दिनों में बच्चों को काफी परेशानी उठानी पड़ती थी. लेकिन ये अब बीते दिनों की बातें हो गई. सकरी पश्चिमी पंचायत के कसाब टोला में ही रुकसाना के तरह ही मरजीना समेत दर्जनों लोगों के पास भी अब पक्का मकान है.
पण्डौल प्रखंड के सकरी पश्चिमी पंचायत के लोगों की मानें तो कुछ साल पहले तक उनके लिए पक्का मकान तो दूर की बात, सड़क और पानी जैसी बुनियादी सुविधाएं भी मयस्सर नहीं थी. सरकारी योजनाओं के चलते धीरे-धीरे यहां की तस्वीरें बदलने लगी. खास बात यह है कि सकरी पश्चिमी पंचायत को पीएम आवास योजना के तहत 57 घर अलॉट किए गए थे, जिसमें 55 मकान का निर्माण तय समय सीमा पर पूरा कर लाभुकों को सौंप दिया गया.
मधुबनी के डीएम शीर्षत कपिल ने कहा प्रधानमंत्री आवास योजना केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है और मधुबनी जिले में समय सीमा के अंदर सभी आवासों को तैयार कराने का निर्देश अधिकारियों को दिया गया है.
सभी को पक्का मकान देने की मकसद से केंद्र सरकार ने साल 2022 तक दो करोड़ सरकारी आवास बनाने का लक्ष्य रखा है. मधुबनी के जिलाधिकारी और डीडीसी पीएम आवास योजना समेत कई महत्वपूर्ण योजनाओं को समय सीमा के तहत पूरा करने के लिए तत्पर दिख रहे हैं और खुद इसकी मॉनिटरिंग भी कर रहे हैं.