झारखंड में 81 विधानसभा सीटों पर काउंटिंग जारी
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झारखंड में 81 विधानसभा सीटों पर काउंटिंग जारी

झारखंड की सभी 81 विधानसभा सीटों के लिए मतगणना की तैयारी पूरी हो चुकी है और मतगणना कार्य 15 राउंड से 31 राउंड तक चलेगा, जिसके प्रारंभिक रुझान दिन में 11 बजे तक मिल जाने की उम्मीद है।

रांची: झारखंड की सभी 81 विधानसभा सीटों के लिए मतगणना की तैयारी पूरी हो चुकी है और मतगणना कार्य 15 राउंड से 31 राउंड तक चलेगा, जिसके प्रारंभिक रुझान दिन में 11 बजे तक मिल जाने की उम्मीद है।

जम्मू-कश्मीर में 87 विधानसभा सीटों पर वोटों की गिनती जारी है। यहां अबतक 63 रुझान आए है। बीजेपी 20, कांग्रेस 6, नेशनल कान्फ्रेंस 8 और पीडीपी 27 सीटों पर आगे चल रही है। दूसरी तरफ झारखंड में 81 विधानसभा सीटों पर मतों की गिनती जारी है। झारखंड में अबतक 34 रुझान आए हैं जिसमें बीजेपी 21 सीटों, कांग्रेस 2, झारखंड मुक्ति मोर्चा 7, जेवीएम 2 सीटों पर आगे है। अन्य के खातों में 2 सीट जाती हुई दिख रही है।

इस वर्ष अप्रैल-मई में हुए लोकसभा चुनावों की तुलना में इन विधानसभा चुनावों में लगभग ढाई प्रतिशत अधिक मतदान हुआ, जबकि 2009 के विधानसभा चुनावों की तुलना में इन विधानसभा चुनावों में लगभग नौ प्रतिशत अधिक मतदान हुआ।

उन्होंने कहा कि वास्तव में लोगों के सहयोग और मतदानकर्मियों की मेहनत के चलते 66 प्रतिशत से भी अधिक मतदान रिकार्ड किया गया। झारखंड में इन चुनावों में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, पूर्व मुख्यमंत्रियों अर्जुन मुंडा, मधु कोड़ा और बाबूलाल मरांडी के साथ विधानसभाध्यक्ष शशांक शेखर ,पूर्व विधानसभाध्यक्ष सीपी सिंह समेत अनेक बड़े नेताओं का भाग्य दांव पर लगा है। जारी

झारखंड में पहले चरण में 25 नवंबर को और दूसरे चरण में दो दिसंबर को मतदान हुआ था। तीसरे चरण में नौ दिसंबर को, चौथे चरण में 14 दिसंबर को और पांचवें और अंतिम चरण में 20 दिसंबर को 16 शेष सीटों के लिए मतदान हुआ। प्रथम चरण में 63. 26 प्रतिशत, द्वितीय में 68.01, तीसरे चरण में 63.96, चौथे चरण में 64.63 प्रतिशत और अंतिम चरण में बीस दिसंबर को 70. 42 प्रतिशत मतदान हुआ था।

कुल पांच चरणों में 1136 उम्मीदवारों ने अपना भाग्य आजमाया। राज्य की कुल 81 सीटों में से 28 आदिवासियों के लिए और नौ सीटें अनुसूचित जाति के उम्मीदवारों के लिए सुरक्षित थीं। जाजोरिया ने बताया कि राज्य में सभी 24 केन्द्रों पर मतगणना की तैयारी पूरी कर ली गयी है और इसके लिए बाकायदा प्रशिक्षित कर्मचारियों की तैनाती की गयी है।

सबसे पहले पोस्टल बैलेट की गणना की जायेगी और फिर ईवीएम मशीनों में डाले गये मतों की गणना की जायेगी। इससे पहले वर्ष 2005 और 2009 में हुए विधानसभा चुनावों में राज्य में त्रिशंकू विधानसभा का गठन हुआ था। यहां पिछले 14 साल में नौ सरकारें बनीं हैं। इस बार विभिन्न एग्जिट पोल्स में विभिन्न प्रकार के परिणाम आने और अधिकतर में भाजपा की बहुमत की सरकार बनने का दावा किया गया है।