कौन सी राजनीतिक खिचड़ी पकाएंगे यशवंत सिन्हा? तेजस्वी यादव की मौजूदगी में तोड़ा BJP से नाता
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कौन सी राजनीतिक खिचड़ी पकाएंगे यशवंत सिन्हा? तेजस्वी यादव की मौजूदगी में तोड़ा BJP से नाता

पटना में 'राष्ट्रमंच' के पहले अधिवेशन को संबोधित करते हुए सिन्हा ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि संसद का बजट सत्र सरकार के लोगों ने नहीं चलने दिया.

यशवंत सिन्हा ने 'राष्ट्रमंच' के मंच से बीजेपी छोड़ने की घोषणा की. तस्वीर साभार: ट्विटर पेज: @yadavtejashwi

पटना: पूर्व केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा ने यहां शनिवार को बीजेपी के साथ अपने संबंधों को तोड़ने की घोषणा करते हुए कहा कि वह भविष्य में किसी भी पद के दावेदार नहीं होंगे. उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आज देश में लोकतंत्र खतरे में है. चौंकाने वाली बात यह है कि पूरे राजनीतिक करियर में लालू प्रसाद यादव की खिलाफत करने वाले यशवंत सिन्हा जिस मंच से बीजेपी से नाता तोड़ने का ऐलान कर रहे थे, उस मंच पर उनके साथ तेजस्वी यादव मौजूद रहे.

  1. यशवंत सिन्हा ने बीजेपी से नाता तोड़ा
  2. यशवंत सिन्हा के साथ मंच पर दिखे तेजस्वी यादव
  3. मंच पर रेणुका चौधरी और 'आप' नेता संजय सिंह भी मौजूद रहे

इसके अलावा इस मंच पर बीजेपी सांसद शत्रुघन सिन्हा, जद(यू) के बिहार प्रदेश अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी, कांग्रेस नेता रेणुका चौधरी, आम आदमी पार्टी के संजय सिंह और आशुतोष व सपा के कई नेता शामिल मौजूद रहे. यह 'राष्ट्रमंच' का अधिवेशन था.

पटना में 'राष्ट्रमंच' के पहले अधिवेशन को संबोधित करते हुए सिन्हा ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि संसद का बजट सत्र सरकार के लोगों ने नहीं चलने दिया. उन्होंने कहा कि विपक्ष सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ला रही थी, इस कारण सत्तारूढ़ पार्टी ने सदन में व्यवधान डाला.

चुनाव आयोग जैसे निष्पक्ष संवैधानिक संस्थाओं पर सरकार का दबाव रहने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी के 20 विधायकों की सदस्यता जिस तरह चुनाव आयोग ने रद्द की थी, उस पर उच्च न्यायालय को रोक लगानी पड़ी.

उन्होंने राष्ट्रमंच को गैर राजनीतिक संगठन बताते हुए कहा कि इस मंच का राजनीति से कोई मतलब नहीं है लेकिन इसमें शामिल लोग देश में लोकतंत्र के लिए लड़ते रहेंगे. उन्होंने कहा कि देश की वर्तमान स्थिति पर हम लोग चुप रह तो आनेवाली पीढ़ी हमें कभी माफ नहीं करेगी.

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में वित्त मंत्रालय का दायित्व संभालने वाले सिन्हा ने कहा कि केंद्रीय जांच ब्यूरो, आयकर विभाग जैसी जांच एजेंसियां भी सरकार के दबाव में काम कर रही हैं. ऐसी स्थिति देश के लिए ठीक नहीं है.