बिरजू महाराज ने कहा कि बच्ची की मौत से सभी लोग दुखी हैं. उन्होंने कहा, दुख इस बात की है, जो सारी दुनिया को झुमा देने में काबिल थी, वो खुद फंदे पर झूल गई.
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नई दिल्ली: दिल्ली के मयूर विहार स्थित एलकॉन पब्लिक स्कूल में पढ़ने वाली छात्रा की खुदकुशी मामले में स्कूल प्रशासन द्वारा कोई ठोस कदम न उठाए जाने के कारण पंडित बिरजू महाराज ने शुक्रवार (23 मार्च) को अपने निवास स्थान पर बुलाई गई प्रेसवार्ता में प्रशासन की कार्रवाई पर दुख जताया. बिरजू महाराज ने कहा कि 'बच्ची की मौत से सभी लोग दुखी हैं.'
उन्होंने कहा, 'दुख इस बात का है, जो सारी दुनिया को झुमा देने में काबिल थी, वो खुद फंदे पर झूल गई.' पंडित बिरजू महाराज पुलिस द्वारा अब तक की गई कार्रवाई से भी वो संतुष्ट नहीं है. उन्होंने मामले की हकीकत तक पहुंचने के लिए स्कूल प्रशासन से जांच में सहयोग करने की अपील की है.
It is a big loss, that girl would have become a big star in the future. If no conclusion comes out from the police investigation, the matter should be referred to CBI: Birju Maharaj on class 9 student's suicide in #Noida, she was also his student. pic.twitter.com/U0HsS5Iw2w
— ANI (@ANI) March 24, 2018
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अच्छी समझ रखने वाली नृत्यांगना को हमने खो दिया : बिरजू महाराज
नोएडा सुसाइड मामले में बिरजू महाराज ने प्रेस कॉन्प्रेस कर कहा, 'मुझे दुख है कि नृत्यकला में बेहद अच्छी समझ रखने वाली नृत्यांगना को हमने खो दिया है. मुझे ये भी एहसास है कि अगर बच्ची ने खुदकुशी जैसा कदम उठाया है, तो वो कितनी ज्यादा परेशानी में होगी. वो भविष्य में एक बेहतरीन डांसर बनकर उभरने वाली थी.'
PM मोदी से मिलेंगे बिरजू महाराज
बिरजू महाराज ने कहा कि जिन अध्यापकों पर सवाल उठे हैं, वो बेकसूर हैं, तो वो घटना के इतने दिन बीत जाने के बाद भी छात्रा के परिजनों से मिलने क्यों नहीं आए. उन्होंने मामले की सीबीआई जांच की मांग की साथ ही कहा कि इशिका को न्याय दिलवाने के लिए वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मिलेंगे.
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बिरजू महाराज के शिष्य हैं इशिका के पिता
आपको बता दें, कि छात्रा के पिता बिरजू महाराज के शिष्य रह चुके हैं, जो वर्तमान एक बेहतर गुरु हैं. बिरजू महाराज ने कहा, बिटिया के जाने का दर्द कैसे बयां करूं. मेरे परिवार की सदस्य, प्रतिभाशाली शिष्या और नटखट चिड़िया को हमने खो दिया है.
चार साल की उम्र से सीख रही थी कथक
सेक्टर 52 में आत्महत्या करने वाली 9वीं की छात्रा कथक में होनहार थी. वो चार साल की उम्र से कथक सीख रही थी. परिवार के पास उसके करीब एक हजार से ज्यादा वीडियो हैं. जो सिर्फ अब इकिशा की यादें मात्र हैं.